हाय, मेरा नाम प्रशांत है और में पुणे से हूँ. मेरी शादी हो चुकी है आज
जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ वो रियल घटना है.
मुंबई मे मेरी एक साली रहती है (मेरी बीवी की मौसी की लड़की) जो
ग्रेजुयेशन कर रही थी, उसका नाम रोहिणी है वो पहले से मुझसे काफ़ी क्लोज़
थी और हमेशा मेरे पास बैठने की मेरे साथ घूमने का मौका ढूंढती रहती थी वो
एक नॉर्मल लड़की थी थोड़ी सी मोटी मेरी बीवी डीलवरी के लिये उसके मायके
गयी हुई थी तो में घर मे अकेले रहता था एक दिन रोहिणी ने मुझे फोन करके
बताया की वो अगले दिन मुझसे मिलने आयेगी सुबह, तो में उस दिन ऑफीस नही
गया सुबह 8 बजे के करीब वो घर पर आई उसने ही मेरे लिये भी चाय बनाई और हम
लोग बात करने लगे हॉल मे बैठकर थोड़ी देर बाद वो मेरे पास मे आ कर बैठ
गयी और बात करने लगी जैसे ही वो मेरे पास बैठी, मेरा लंड खड़ा होने लगा.
मैने धीरे से उसके टॉप मे हाथ डाल कर उसके मुलायम बूब्स दबाने लगा वैसे
ही उसे बेडरूम मे ले के गया और बेड पर बिठा दिया और उसका टॉप निकालने
लगा तो वो मना करने लगी और बोली की में कपड़े नही उतारुँगी वो सिर्फ़ ऊपर
के मन से ही मना कर रही थी मैने धीरे धीरे उसके सारे कपड़े उतार दिये और
उसको पूरा नंगा कर दिया उसने मेरे कपडे उतार दिये और मेरे खड़े लंड से
खेलने लगी मैने उसे बाहों मे ले के उसको किस करने लगा और उसके बूब्स
दबाने लगा. उसके मुँह मे अपने होठ डाल कर और दोनो एक दूसरे को चाटने लगे
में उसके बूब्स दबा रहा था और वो मेरा लंड दबा रही थी फिर वो मेरे लंड को
मुँह मे ले के चूसने लगी और मेरे अंदर एक करंट सा दौड़ गया मेरी बीवी कभी
मेरा लंड नही चूसती थी फिर में उल्टा उसके ऊपर आ गया 69 पोज़िशन मे और
उसकी चूत चाटने लगा.
उसकी चूत पर बहुत बाल थे तो में ज्यादा देर नही चाट सका उसकी चूत वो मेरा
लंड चूसे जा रही थी और मेरा निकलने वाला था तो मैने उसे रोक दिया और उसके
पैरो के बीच में आ कर उसके पैर फैला दिये. और उसकी चूत के ऊपर अपना लंड
टीका दिया और धकेल दिया और मेरा लंड पूरा अंदर चला गया साली पहले से चूदी
हुई थी लेकिन मुझे क्या करना है मेंने अपना ध्यान चोदने मे लगा दिया वो
मस्ती मे आ गयी थी और बोली ऊफ जीजू चोदो मुझे उम्म्म्माआ आप से चुदाने के
लिये में सुबह सुबह कॉलेज को चक्कर मार के आई हूँ मुझे चोद के मेरा चूत
फाड़ दो मैने मन मे ही बोला की तेरा चूत तो पहले से ही फटा हुआ है लेकिन
फिर भी उसका चूत थोड़ा टाइट था और मुझे मज़ा आ रहा था.
वो भी अपना चूत उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी और जीजू कितना अच्छा चोदते
हो आप मन करता है की रोज चुदवाऊ आपसे और ज़ोर से चोदो मुझे उफफफ्फ़ फुक
मी हार्ड फुक मी मारो और अपनी आधी घरवाली को पूरी घरवाली बना लो आज मेरी
शादी के बाद भी आप ही चोदना मुझे और मुझे प्रेग्नेंट बनाओ वो बोले जा रही
थी करीब करीब 10 मिनिट तक उसको चोदता रहा तब वो बोली की उसकी चूत झड़ने
वाली है और में भी झड़ने वाला था उसके कुछ बोलने से पहले ही मैने उसकी
चूत मे मेरा सारा गर्म वीर्य छोड़ दिया बहुत दिन बाद चोदा था तो बहुत
सारा वीर्य था पूरा उसकी चूत में भर दिया वो थोड़ी टेन्शन मे आई की मैने
उसकी चूत मे ही छोड़ दिया और फिर बोली की आई-पिल ले लेगी दोनो एक दूसरे
की बाहो मे आराम करने लगे करीब 30 मिनिट के बाद आँख खुली और दोनो ही नंगे
थे.
फिर से उसने मेरे लंड पर हाथ रखा तो मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा. में
उसके बूब्स चूसने लगा और उसकी चूत मे उंगली डाल कर उसकी चूत का रस निकाला
और उसकी गांड मे धीरे से उंगली डालने लगा वो उछल गयी और बोली की "क्या
इरादा है आज" मैने कहा की "आज तेरे सारे होल में छेद करूँगा" उसने कहा
गांड मे दर्द होगा मैने उसको समझाया और उसको डॉगी स्टाइल मे झुका के उसके
पीछे आया. उसकी गांड पर थोड़ा तेल लगाया और मेरा लंड उसकी गांड मे डालने
लगा.
उसको दर्द होने लगा और वो मना करने लगी लेकिन में सुनने के मूड मे नही
था. मेरा लंड घुसते गया और मैने पूरा लंड घुसा दिया. थोड़ी देर उसको ऐसे
ही छोड़ दिया फिर उसकी गांड मारने लगा ज़ोर से उसकी गांड बहुत टाइट थी वो
कह रही थी की हाय में मर गयी मेरी गांड फट जायेगी छोड़ दो मुझे बाहर
निकालो अपना लंड में सुनने के बिल्कुल मूड मे नही था मैने अपना अन्दर
बाहर करना चालू रखा और उसको चोदता रहा, थोड़ी देर बाद वो भी मज़ा उठाने
लगे. उसके नीचे हाथ डाल कर उसके बूब्स दबाते हुये उसे चोदे जा रहा था
मुझे झडने की शंका हुई तो में थोड़ा रुक गया और उसके बूब मसलने लगा
थोड़ी देर बाद फिर ठुकाई चालु कर दी क्या मस्त गांड थी उसकी.
तभी नीचे से उसकी चूत मे 2 उंगली भी डाल दी और लंड से गांड और उंगली से
चूत की चुदाई करने लगा. वो भी अपनी गांड उठा उठा के मेरा साथ दे रही थी
और जीजू कितना अच्छा चोदते हो आप मन करता है की रोज गांड मरवाऊ आपसे और
ज़ोर से चोदो मुझे उफफफ्फ़ फुक मी हार्ड फुक मी मारो गांड मरवा के भी
बहुत मज़ा आ रहा है. अब जब भी मिलेंगे हर बार मेरी चूत और गांड दोनो
मारना आप. मन तो करता है की दीदी के वापस आने तक यही रुक जाउ और रोज आप
से चुदवाउ. में 10 मिनिट से ज़्यादा नही टिक पाया और मैने मेरा पूरा
वीर्य उसकी गांड मे डाल दिया. वो बहुत खुश हो गयी और मुझे चूमना चालू
किया बहुत देर तक. फिर ड्रेस पहन कर तैयार होने लगी.
मैने पूछा की इतनी जल्दी जा रही हो तो उसने कहा की कॉलेज के छुटने से
पहले मुंबई वापस जाना है. और मैने उसको बस मे बिठा कर भेज दिया. 15 दिन
बाद वो फिर से आई और हमने फिर से चुदाई की. उसके बाद उसकी शादी हो गयी और
हम लोगों को बाद मे अकेले मे मिलने का मौका ही नही मिला.