प्यारे दोस्तो, यह कहानी बिल्कुल सच्ची है, सब समझ सके इसलिए हिन्दी मे
लिखी हे. मेरा नाम राज है, मे 22 साल का हूँ, 5, 11 इंच लंबा हूँ, और
मेरा लंड 6 इंच लंबा है. मेरी भाभी सुनीता, 5, 3 इंच लंबी है, वो भी 25
साल की है, और फिगर 36–32-36 हे, बहुत गोरी हे. भाभी के मोटे और बड़ी
गांड और बोब्स है. मेरा बड़ा भाई, रोहन की शादी हुई एक साल हुआ हे. लास्ट
6 महीने बिजनेस मे बहुत तेज़ी आने से भैया रात को 12बजे तक काम करते है.
कई बार में भाभी को छुपकर चुदते हुए देख चुका था।
एक दिन जब भय्या किसी काम से 15 दीनो के लिए जयपुर से बाहर चले गये तो
मेने देखा की भाभी उदास उदास सी होने लगी थी ओर मेने देखा की वो दिन मे
कई बार अपनी चूत को अपने हाथ से खुजलाती रहती थी. इन 4-5दीनो मे वो कई
बार मेरे सामने भी अपनी चूत को खुजलाती रहती थी ओर खुजलाते टाइम मेरी
तरफ़ बड़े ही मोहक अंदाज मे गहरी नज़रो से देखती भी जाती थी. में जान गया
था की भाभी की चूत बड़ी मचल रही हे पर में क्या कर सकता था. एक दिन सुबह
मेने देखा की भाभी जब दूध लेने दूध वाले के पास आई तो उसके सामने अपनी
चूत को खुजलाई दूध वाला भी बड़ी गहरी नज़रो से भाभी को चूत खुजलाते देख
रहा था।
मुझे एक झटका सा लगा में जान गया की मुझे कुछ करना पड़ेगा वरना घर की
इज़्ज़त जाने वाली हे. उस रात मेने पक्का सोच लिया की मुझे भाभी की मदद
करनी पड़ेगी वरना कुछ भी हो सकता हे. उस रात जब सब लोग सो गये, मैं उसी
तरह सुनीता भाभी के पास जाकर सो गया. और मैने तो डिसाइड कर लिया था की आज
कुछ तो कर के रहूँगा. सब सो जाने के बाद. मैने एक कोशिश की मैने पहले
उनके करीब जाकर लेट गया, फिर आहिस्ता से, उनके बोब्स पर हाथ फिराया और
आहिस्ता आहिस्ता से दबाने लगा, मुझे ऐसा लग रहा था की वो भी मूड मैं आ
रहीं है. फिर मैने उनके कॉटन वाले कमीज़ मैं हल्के से हाथ डाला, जब मेरा
हाथ उनके सॉफ्ट बॉल पर गया तब मेरे हाथ मैं उनकी ब्रा थी. जो मुझे
डिस्टर्ब कर रहा थी।
इस समय मेरी धड़कने तेज हो रही थी. फिर मैने अपनी उंगलियो से उनके ब्रा
को हटाने की कोशिश की. पर नाकाम रहा, क्योंकी मेरे ऐसा करने से वो थोड़ा
सा हिलने लगी और मेने फ़ौरन अपना हाथ हटा लिया. लेकिन कुछ देर बाद मैं
खुद ही हैरान हो गया, क्योंकी मेरे लंड पर भाभी का हाथ था, और देखते ही
देखते उन्होंने हल्के से मेरे लंड को मसलना शुरू किया. मुझे तो यकीन ही
नहीं आ रहा था. उनके ऐसा करने से मुझे भी जोश आ गया. मैने उन्हे अपनी
ज़िप खोलकर अपना लंड उनके हाथ में दे दिया. लो मसलो मेरे लंड को… और
उन्होने सच मे मसलना शुरू किया. मैं तो अपने आपे मे नहीं रहा. हम दोनो ने
एक दूसरे के कपड़े निकाले।
आज पहली बार मेने किसी औरत को नंगी देखा था, मे तो भाभी को नंगी देख कर
बहुत खुश हो गया और चूत देखी तो भाभी ने सुबह अपनी चूत साफ करली थी, मेने
चूत पर हाथ फिराया तो मेरे हाथ मे चिकना जूस आया. मेने भाभी को पूछा आप
चुदासी फील कर रही हो… वो बोली बहुत… आज तो प्यारे मेरी जी भर के चुदाई
कर दो… बस मेने भाभी को दोनो हाथो से उठाया और बेड मे सुला दिया और भाभी
को होंठो पर चुंबन करने लगा. फिर दोनो बोब्स हाथो से पकड़ के बहुत प्यार
से मसले. फिर निप्पल मुह मे लेकर खूब चूसा, अब तो भाभी बहुत उत्तेजित हो
गयी और कहती है राज भय्या, अब मेरी चूत चाटो… मेने भाभी की दोनो टांगे
फेला दी और बीच मे मेरा मूह लगाया और चूत के होंठ चूसने लगा. फिर ज़ुबान
से सारा जूस पीने लगा, सारी ज़ुबान चूत मे डाल दी, और क्लाइटॉरिस को दोनो
होंठ मे लेकर चूसने लगा, अब तो भाभी हेरान थी, वो बोली राज तुम्हे औरत की
चुदाई करना बहुत अच्छी तरह से आता है…
मेने 10 मिनिट भाभी की चूत चाटी तो भाभी को पहला पानी आ गया, वो मेरा
सिर अपनी चूत पर दबाये रखा और आह लेने लगी, और मे चूत चाटता रहा. एक
मिनिट तक पानी चला. फिर भाभी ने मेरा लंड मुह मे लिया और प्यार से चूसने
लगी, चारो तरफ अपना हाथ लंड पर फेरने लगी और आधा लंड 4इंच मुह मे ले
लिया. और बोली अब मेरी चुदाई करो… मे बहुत तड़पति हूँ… कितने दिन से
तुम्हारे भय्या ने मुझे अच्छी तरह से नही चोदा हे… मेने भाभी की गांड के
नीचे एक तकिया रखा, और दोनो टांगे फेला दी. फिर मेने अपने लंड पर बहुत
तेल लगाया, जब मे अपना लंड नीचे लाया तो भाभी ने मेरा लंड हाथ से पकड़
के चूत के होल पर रखा मेने लंड को चूत मे डालने के लिए प्रेशर दिया. तो
टोपा चूत मे अंदर घुस गया, भाभी की आखे बड़ी हुई मेने पूछा कोई तकलीफ़
तो नही हो रही है.. भाभी बोली नही.. सिर्फ़ चूत फटी हे ऐसा महसुस हुआ…
मेने और प्रेशर दिया और आधा लंड चूत मे डाल दिया, फिर मे भाभी के होंठो
पर चुंबन करने लगा और आहिस्ता आहिस्ता लंड अंदर बाहर के छोड़ना शुरू
किया, चार और स्ट्रोक मारा और पूरा 7.7 इंच लंड चूत मे घुसा दिया, भाभी
मेरा लंड पकड़ के लंड को चूत मे जारी रखा और बोली, ठहरो ऐसे ही चूत मे
थोड़ी देर रखो… बहुत मज़ा आता है… मेने लंड को चूत मे जारी रखा और
बोब्स को मसलने लगा. दो मिनिट के बाद भाभी बोली, बस अब जी भर के मेरी
चुदाई करो… और मे अपना लंड आधा से ज़्यादा अंदर बाहर करके चुदाई करने
लगा, पूरी 10 मिनिट चुदाई की और भाभी का दूसरी बार पानी आ गया वो मुझे
टाइट पकड़ के झटके देने लगी, मेने आहिस्ते आहिस्ते चुदाई चालू रखी।
दो मिनिट तक भाभी का पानी चला, फिर वो अपने दोनो हाथ बेड पर फेला कर
बोली, राज आप तो अजीब हीरो है, ऐसा कभी तुम्हारे भाई ने कभी नही चोदा
मुझे… मेने कहा भाभी अभी चुदाई खत्म नही हुई हे… मेरा वीर्य निकले तब
खत्म होगी… भाभी बोली हां मुझे मालूम हे.. बस अपनी भाभी को जी भर के चोदो
बहुत मज़ा आता है… मेने मेरा लंड पूरा बाहर निकाल दिया और तेल लंड पर
लगाया. फिर चूत मे डाला, अब तो लंबा लंबा स्ट्रोक मारने लगा और भाभी
बहुत उत्तेजित हो गयी बोलने लगी फाड़ो.. मेरी फाड़ो.. मेरी चूत पूरा लंड
अंदर डाल दो…
मुझे पसीना होने लगा भाभी अपना लहंगा लेकर मेरा चेहरा पोछ दिया और चुंबन
देने लगी, पुरे 10 मिनट मेने खूब चुदाई की, बाद मे बोला भाभी मे आ रहा
हूँ… भाभी बोली हा अंदर ही निकाल दो… और मेने जिस्म की पिचकारि चूत मे
छोड़ने लगा, गर्म गर्म पिचकारिया मारी, भाभी तो बेहोश हो गयी, वो भी
साथ मे आ गयी और पूरा बदन उसका अकड़ने लगा. दो मिनिट तक हम दोनो का
वीर्य निकला. आख़िर मे भाभी पर लेट गया. दो मिनिट के बाद मेरा लंड नर्म
होने लगा. मेने उठकर लंड बाहर चूत से निकाला, पूरा लंड शाइन मार रहा
था।
हम दोनो बाथरूम मे गये. भाभी बोली राज तुम्हारा वीर्य तो ½ कप तक निकलता
है.. और तुम्हारा भाई तो एक चम्मच निकालता है… मे अपना लंड साबुन से धोया
और हम दोनो ने कपड़े पहन लिये. मेने भाभी को बाहों मे लेकर बहुत चुंबन
किया और पूछा क्या तुम्हारा देवर चुदाई के लायक है ? भाभी ने प्यार से
मुझे चुंबन दिया और बोली अब तो तुम्हारे पास ही अच्छी तरह चुद्वाऊगी…