प्रेषक : राहुल
मेरी उम्र इस वक्त 35 साल है और मे देखने मे स्मार्ट हू। मेरे ऑफीस मे सब
लोग मुझे इस बारे मे अक्सर कॉंप्लिमेंट देते है. ये बात आज से 7 साल
पहले की है। जब मेरी उम्र 28 साल की थी. और मे ईलेक्ट्रिकल डिज़ाइन
डिपार्टमेंट मे था। मेरे अच्छे काम की वजह से कंपनी मे बहुत
पॉपुलर था। अक्सर लेट नाइट तक काम करता था और सुबह को भी जल्दी आ जाता
था। एक दिन मेरे डिपार्टमेंट मे एक लड़की की जोयनिग हुई. वो डिपार्टमेंट
मे आयी तो मे उसे देककर सौचा की इतनी सुंदर लड़की मेरे डिपार्टमेंट मे
क्या कर रही है ? मैने उससे पूछा " आपका क्या नाम है ?" वो पहले तो
नर्वस हो गयी, और उसने अपना नाम "रीता" बताया। फिर मेने अपना नाम उसे
बताया और पूछा की नयी जोयनिग है क्या इस डिपार्टमेंट मे। वो बोली "हा".
मैने उससे पूछा की डिज़ाइन के सेसन मे या असेंब्ली सेसन मे. वो बोली
"डिज़ाइन सेसन मे ". मे खुश हो गया की चलो मेरे सेसन मे भी मस्त माल तो
आया. चुकी मे अपने सेसन का सबसे सीनियर बंदा था तो 100% वो मेरे साथ ही
काम करेगी और उसकी रिपोर्टिंग भी मुझे होगी।
तभी मेरे बॉस आ गया. बोला " गुड मॉर्निंग" . मैने भी रिप्लाइ किया. फिर
उसने मुजसे कहा की आप लोगो की जान पहचान हो गयी या मे कराउ ? मैने बोला
"सर, इनकी पहचान तो हो गयी है, लेकिन अभी यह मेरे बारे मे नही जानती
है..". तो मेरे बॉस बोला " रीता यह मिस्टर राहुल है और आज से तुम इनके
अंडर मे काम करोगी यानी तुम्हारी रिपोर्टिंग इनको ही होगी.." ये बहुत ही
अच्छा लड़का है। और मुजसे बोला " तुम इसको काम बता दो और हेल्प भी करना…
अभी यह नयी है,"। बॉस चला गया, तो मैने उसको प्यार से देखा, और मन ही
मन मे सोचा की "क्या मस्त माल है, क्या गोरे-2 गाल, छोटी मगर मस्त चूची,
भरा हुआ बदन, भारी-2 जांघे.." . उसने टाइट जीन्स पहन रकी थी। जिसे उसके
चूतड बड़े मस्त लग रहे थे. मे तो उसे देखता ही रह गया. वो अचानक बोली, "
सर क्या हुआ ?". मे एक दम से चोंक गया और बोला "कुछ नही"। फिर वो बोली
" कोई तो बात है" मे बोला " नही कुछ नही". पर उसकी इससे पता चल रहा था
की वो समज गयी है की मेरी निगाह उसके बदन का जायजा कर रही है. उसने
स्माइल किया, और वो बोली "चलो सर, मुझे काम बता दो.."
फिर मेने उसे काम बताया. वो काम करने लगी, जब भी उसे प्रोब्लम होती मेरे
पास आकर पुछ लेती. मे बता देता. वो मेरे पास मे ही बेठी थी, और मे उसे
देख रहा था। कभी कभी वो तिरछी नज़र से मुझे देख लेती थी, की मेरी निगाह
कहा है। मगर मे उसे देकता ही जा रहा था।
फिर शाम को छुट्टी हो गयी और वो अपने घर चली गयी. मगर मे अब भी उसके बारे
मे सोच रहा था की उसकी मस्त जवानी सुन्दर है। यदि वो पट जाए तो मे उसके
मस्त चूची का दूध कस कर पियुंगा और उसकी कुवारी चूत की कस कर बेंड बजा
दूँगा. ऐसा सोचते ही मेरा लंड खड़ा हो गया. मे बाथरूम मे जा कर मुठ मार
कर अपना पानी गिरा दिया. फिर मे घर चला गया. 10 – 12 दिन ऐसा ही चलता
रहा।
मगर इस बीच मे वो मुजसे काफ़ी गुल गयी थी. और मुझे उसके बारे मे पता चल
गया था. की वो मेरठ की रहने वाली है, और यहा उसके चाचा का घर है. मगर
वो होस्टल मे रहती है। क्यूकी उसको बंदिश पसंद नही है. वो अपनी लाइफ अपने
स्टाइल से जीना चाहती है. वो अपनी मर्ज़ी की मालिक है। और होस्टल मे उस
पर कोई बंदिश नही है. जब चाहो आओ और ज़ाओ, नो प्रोब्लम। पर कोई भी मर्द
नही आ सकता है वहा। अब एसे ही 1 महिना पुरा हो गया। अब हम गुड फ्रेंड की
तरह आपस मे एक दूसरे को अपने मन की बात बताते थे। मेरे हाथ भी उसे छुए
जाता था, वो कुछ नही कहती। एक दिन काम बताते-2 मेरे पैर उसकी जांग से छू
गया. क्या मुलायम जांग थी उसकी. मेरा तो एक दम से खडा हो गया। मेरा मन
उसको चोदने के लिए बेचेन हो गया. मगर मैं कंट्रोल किया।
मैने सोचा की इसको धीरे –धीरे गर्म करता हु दो चार दिन. फिर एक दिन इसको
अपने घर पर इन्वाइट करुगा डिनर के लिए. और उस दिन साली की चूत का आनद
उठाऊगा. हो सकता है की कुवारी चूत हो. इसके बाद मे कभी काम के बहाने
उसके पैर को नीचे से टच करता तो कभी उसकी चूची को बाजू से. वो कुछ नही
बोलती. मेरी हिम्मत और बड गयी। एक दिन शनिवार को मैने काम करते-2 अपना
हाथ उसकी जांग पर रक दिया। वो एक दम से घबरा गयी और मेरा हाथ हटा के वहा
से बाहर चली गयी। मे डर गया की लगता है उसे बुरा लग गया है और अब वो
मुजसे कभी बात नही करेगी. मे उदास हो गया। थोड़ी देर बाद वो वापस आयी और
अपनी सीट पर बैट गयी. वो मुजसे कुछ नही बोली. मेरे से ये नही सहा जा रहा
था और मैं उसे खोना नही चाहता था।
मे उसको "सॉरी बोला" और कहा मेरा हाथ ग़लती से लग गया था. वो कुछ नही
बोली। मैने फिर से रिक्वेस्ट करी, वो मान गयी और कहा की "एक शर्त पर
माफ़ करुगी..". मैने पूछा क्या. वो बोली की "कल छुट्टी है, यदि आज तुम
मुझे अपने घर पर डिनर के लिया इन्वाइट करो तो ". मे मन ही मन उछल गया "
यार यह तो अपनी प्लानिंग का पार्ट था, चलो कोई बात नही मेरे काम ईज़ी हो
गया, अब तो ये खुद चल रही है..". मैने बोला " प्लीज़ चलो आज हम एक सात
डिनर करेंगे यदि क़हो तो होटल में खाले. वो बोली नही मुझे होटल का खाना
अच्छा नही लगता है, मे बना लूगी..". मैने बोला "ठीक है, मगर मेरी एक
रिक्वेस्ट है की मेरा आज बियर पीने का मन कर रहा है, यदि तुम बोलो तो ले
चले घर पर ?" वो बोली मुझे कोई प्रोब्लम नही है।
शाम को करीब 8:30 पर घर आ गये. वो घर मे खाना बनाने लगी. खाना तैयार होने
के बाद वो वापस कमरे मे आ गयी. मैने उससे कहा "की डिनर पर मैने इन्वाइट
किया है और तुम ही काम कर रही हो." वो बोली कोई बात नही, फ्रेंडशिप मे
चलता है. मे बोला "ओके". फिर मैने एक बियर निकाली और पीने लगा. वो बोली
" ये बात ठीक नही है, ऑफर तो करना चाहिए" मैने बोला " रियली वेरी सॉरी"
और मैने एक बियर निकाल कर उसकी ओर ऐसे ही बडा दी, की इसको पीना तो है
नही.
अभी वापस कर देगी, साली बड़ी बनती है. एक बार राज़ी हो जाए तो साली को
इतना चोदुगा की सब नखरे भूल जायगी. पर उसने मेरे हाथ से बियर ले ली और
पीने लगी. उसने स्माइल कर दी। फिर हमने 3 बोतल बियर पी, उसे नशा चढ़
गया. वो मेरी तरफ सेक्सी निगाह से देख रही थी. मे हेरान रह गया की इसे
क्या हो गया, ये साली चुदासी निगाह से क्यू देख रही है मुझे. पर मैने
सोचा की एक बार और ट्राइ करते है. अभी ये नशे मे है. शायद मान जाए और
अपनी चूत का रस पीने दे. यदि नही मानी तो वे आज इसे चौद ही दूंगा
ज़बरदस्ती. एक बार चूत मे लंड जाएगा तो फिर इसे मज़ा आने लगेगा।
उस दिन उसने स्कर्ट और टॉप पहना था, उसकी चूची उभर कर बाहर दिक रही थी.
पता नही उसने जान बूजकर या नशे मे उसके हाथ से अचानक स्कर्ट जाँघ तक उठ
गया था. ऐसा सीन देक कर मेरा लंड तन गया. मेरा मन करा की साली को अभी
ज़बरदस्ती चोद दू. मगर मे उसे राज़ी-2 चोदना चाहता था। मैने अपने हाथ को
उसकी जाँघ पर रख दिया. वो कुछ नही बोली.
मैने अपने हाथ फिराना शुरू कर दिया. फिर हाथ और ऊपर ले गया. वो कुछ नही
बोली. पर वो मस्त होकर पड़ी थी और मुझे लगा की उसको अच्छा लग रहा है.
फिर मैने दूसरे हाथ तो उसकी एक चूची पर रखा, क्या मुलायम मस्त चूची थी
उसकी. मैने उसकी चूची को ज़ोर से दबाया तो वो बोली "अहह , है क्या कर रहे
हो तोड़ा धीरे से करो". इतना सुनते ही मे समज गया की लड़की चालू है और
ऐसे ही बन रही थी अभी तक. और उसकी चूची को अब धीरे-2 दबाने लगा. कसम से
छोटी चूची को मसलने मे मुझे मज़ा आता है. वो अपने मुह से लगातार अहह,
गुड, और प्यार से सहलाओ वो बोलती जा रही थी। मेने तोड़ी देर मे तोड़ा
कस-कस कर दबाना सुरू कर दिया, उसे मज़ा आना सुरू हो गया।
अब वो कुछ नही बोल रही थी. मे समज गया की इसको मज़ा आने लगा है, और ये आज
जम कर चुदवायगी. मैं अब उसकी शर्ट उतार दी, शर्ट उतारते ही उसकी चूचीया
नंगी हो गयी. रियली छोटी तो थी लेकिन ऐसी थी की उन्हे देख कर बिना मुठ
मारे ही लंड अपना पानी छोड़ दे. मे पागल सा हो गया। मैने अपने दोनो हाथ
से उसकी चूचीयो को कस कर पकड़ा और दबाने लगा. उसके मुह से ज़ोर से अवाज
निकल रही थी, शायद उसे दर्द हुआ था. लेकिन उसने मुझे मना नही किया. अब
मैने अपना मुह उसकी एक चूची पर रख दिया और चुसने लगा।
और ज़ोर से चुस –2 कर उसके निप्पल की चुसाई करने लगा साथ ही मेरे दूसरा
हाथ उसकी चूत पर पहुच गया और उसकी जिन्स की जीप खोल दी, उसने नीचे पेंटी
नही पहनी थी. बस फिर क्या था मैने अपनी उंगली उसकी चूत मे डाली तो वो
बहुत टाइट थी। मे तो खुश हो गया की आज तो कुवारी चूत मिल गयी राजा. अब
प्यार से चोदो इसको, एक बार इसको मजा दे दिया तो हर रात ये खुद ही चुदने
चली आयगी. फिर क्या था मेरे हाथ उसकी एक चूची का रस चुस रहे थे, एक हाथ
दुसरी चूची को मसल रहा था और दुसरा हाथ चूत से खेल रहा था।
और वो मचल रही थी और अपने मुहं से सेक्सी अवाज निकाल रही थी, जिनको सुन
कर मेरे जोश और बड रहा था. मे और ज़ोर से चूची चूसने लगा, तो वो बोली
"है क्या दूध निकाल कर ही दम लोगो. " मैने कहा "है मेरी रानी तुम्हारी
चूची से दूध तो मे पी कर ही रहूँगा आज, चाहे इसके लिए कितनी भी देर तक
तुम्हारी चूची क्यू ना चूची पड़े." एक बार दूध का स्वाद चखने के बाद आज
तुम्हारी चूत का स्वाद भी लूँगा, अभी तो पुरी रात पड़ी है.." वो बोली
"मेरे राजा, आज तो तुम मुझे चोद-2 कर लगता है मेरी फाड़ दोगे, तो फिर
जल्दी से मेरी चूत क्यू नही फाड़ते हो. डालो ना अपना लंड मेरी चूत मे,
अब तो डाल दो, मे सेक्स के लिए तड़प रही हु..". मैने कहा " ओक तेरे दूध
मे तेरी चूत का रस पीने के बाद मे पियुंगा, अभी तो तेरी चूत की आग ठंडी
तो कर दू पहले." मे फिर बोला " तुम्हारी चूत बहुत कसी हुई है, लगता है
कभी किसी ने तुम्हे चोदा नही है." वो बोली " तुम पहले आदमी हो जो मेरी
चूत को चोदेगा। प्लीज़ ज़रा प्यार से करना, वरना बहुत दर्द होगा…" मैने
कहा थोड़ा सा सहना होगा, फिर तुमको बहुत मज़ा आएगा।
मैने उसकी जिन्स उतार दी, अब वो बिल्कुल नंगी थी मेरे सामने. रियली क्या
नज़ारा था, क्या बॉडी थी, क्या चूत थी. मैने बी अपने कपड़े उतार दिए.
मेरा लंड देखते है उसने अपने हाथ से पकड़ लिया, बोली की इससे ही चुदते है
ना, बड़ा प्यारा है ये. प्लीज़ इसको मेरी चूत मे डाल दो अभी। मैने कहा
की रूको मे तेल लेकर आता हू. फिर मे तेल की बोतल को लाया, तोड़ा सा तेल
निकाल कर अपने लंड पर मल लिया. और उसको बेड पर लेटा दिया, फिर उसकी
टाँगे खोल कर तोड़ा सा तेल उसकी चूत पर लगाया. फिर मैने अपना लंड उसकी
चूत के मुह पर लगाया तो वो उछल पड़ी, और बोली की प्यार से डालना वरना
बहुत दर्द होगा.
मैने कहा "प्यार से ही करुगा ". फिर मैने तोड़ा सा धक्का लगाया तो मेरा
लंड तोड़ा सा करीब एक इंच अंदर चूत मैं चला गया. उसको तोड़ा सा दर्द हुआ,
मगर वो चिल्लाई नही. फिर मैने तोड़ा और ज़ोर लगाया तो लंड करीब 3 इंच
अंदर हो गया. उसको दर्द हुआ और उसके मुह से चीख निकल गयी. मैने तुरंत ही
अपना मुह उसके मुह पर रख लिया और उसके होट चुसने लगा. अब उसका दर्द कम हो
गया। फिर मैने अपने होठो से उसके होठो को चिपका कर बंद कर दिया, जिससे
की जब मे फुल शॉट मारू तो इसकी अवाज रुक सके इसके बाद मैने अपने लंड को
थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर एक जबरदस्त धक्का मारा उसकी चूत मे. उसके
मुह से एक ज़ोर से चीख निकली जो की मेरे मुह मे दब गयी.
जो नीचे पड़ी-2 तड़प रही थी, मेरा पुरा लंड उसकी चूत मे गुस गया था. और
उसकी चूत से ब्लड निकल रहा था. मे समज गया की इसकी सील तोड़ दी है मैने।
थोड़ी देर तक मैने कुछ नही किया और उसके मुह से अपना मुह हटा लिया तो वो
दर्द के मारे कराह रही थी, और बोली तुम बहुत ही बेरहम हो, कैसे चूत मे
इतनी ज़ोर से डाला है की ब्लड भी निकलने लगा है, हट जाओ मेरे ऊपर से और
छोड़ दो मुझे. मैने कहा " यह तो कुवारि लड़की की सील टूटने का बल्ड है,
कोई डरने की बात नही है. अब करने से तुम्हे मज़ा आयेगा दर्द नही होगा… वो
बोली, तुम झूट बोल रहे हो, मुझे नही करवाना। मैने कहा रुक फिर मैने 1-2
धक्के मारे और कहा की अब दर्द हुआ के, वो बोली कम हुवा इस बार। फिर मैने
हल्के-2 धक्के मारने सुरू किए. उसको मजा आने लगा. अब वो अपनी गांड उठा
कर नीचे से रिप्लाइ करने लगी। फिर मैने उसे ऐसे ही 15 मिनिट तक चोदा.
मेरे लंड को मजा आ रहा था उसे चोदने मे. उसके मुह से "चोदो मेरे राजा,
चोदो, मजा आ रहा है, डालो और डालो, और अंदर तक डालो मेरी चूत मे अपना
लंड…….चोद-2 कर मेरी चूत को लाल कर दो…………आज पुरी रात
चोदो…….अहह…….उऊऔहूऊऊ…..महह..मुहजीईईई..चु ड़ डालो, फह..आड़ डालो मेरी
चूत को."
फिर बोली ज़ोर से चोदो, फिर मैं ज़ोर-2 से चोदना चालू कर दिया. और ज़ोर
से…और ज़ोर से चोदता रहा. करीब 5 मिनट. तक कस के चुदाई करवा कर वो झड
गयी और 10 धक्के के बाद मे भी. और उसके ऊपर गिर गया वो भी थक गई और थोड़ी
देर तक हम एसे ही लेटे रहे। 20 मिनट बाद मैने उसकी चुचियों को फिर से
चुसना सुरु किया. थोड़ी देर मे वो फिर चुदने के लिए तेयार हो गई. मैने
उसको इस बार ज़ोर से चोदा. और 30 मिनट की चुदाई के बाद जड गये. उस रात
मैं उसको करीब 4 बार चोदा. सुबह को उससे चला नही जा रहा था, क्युकी
कुंवारी लड़की की सील टूटी थी और रात मैं 4 बार चोदा था मैने।
फिर वो पूरे दिन सोती रही. मैने उसको अपने हाथ से खाना खिलाया. और सोने
दिया. रात को वो ठीक हो गई. अब वो लड़की से मस्त औरत बन गयी थी. फिर रात
को वो फिर चुदने के लिय तेयार हो गई. इस बार ना सिर्फ़ मैं उसकी भरपूर
चुदाई की बल्कि उसकी गांड को भी चोदा. उसके बारे मे आपको बाद मे बताऊँगा.
यहाँ तक की कहानी आपको कैसी लगी….. मुझे जरुर कमेन्ट करना।