हेलो दोस्तो! में गुरनाम, जालंधर से. आज में आपको एक रियल स्टोरी बता
रहा हूँ मेरा एक दोस्त है और उसकी वाइफ जो की वो भी जालंधर के ही रहने
वाली है में अक्सर अपने दोस्त के घर जाया करता था उसकी वाइफ बड़ी ही
सुंदर है फिगर बस ठीक ठाक ही है रंग गोरा बूब्स ज्यादा बड़े
नही है पर फिर भी ठीक ही है उसकी स्माइल बड़ी ही कातिलाना है उनका एक
बेटा है जो की अभी 7 साल का ही है, मेरे दोस्त के बहुत ज़िद करने पर में
उसके बेटे को कोचिंग देने को तैयार हो गया, में दोपहर को उसके घर पर
पढ़ाने जाया करता था उस समय मेरा दोस्त अपने काम पर होता था, पर भाभी
जिनका नाम सुमन है एक दिन में दोपहर को जब उसके घर पंहुचा तो घर पर कोई
नही था सिर्फ़ सुमन थी अकेली आज उनका बेटा अपनी मौसी के घर पर गया हुआ
था.
मैने घन्टी बजाई दरवाज़ा खुला दरवाजे पर सुमन थी उसने एक हल्की सी
मुस्कान दी और अंदर आने को कहा में अंदर चला गया उस समय उसने नाइटी पहने
हुई थी उसके बाल खुले थे उसने मुझे बैठने को कहा और वो अंदर चली गई काफ़ी
देर होने के बाद जब वो नही आई तो मे अंदर गया और इधर उधर देखा तो वो
बाथरूम मे थी बाथरूम का दरवाज़ा लॉक नही था मैने धीरे से अंदर देखा वो
एकदम नंगी थी और नहा रही थी उसके मुँह पर साबुन था इस कारण वो मुझ को
शायद देख ना सकी थी में वापस आया और मैंने दरवाजा लॉक कर दिया और में
वापस बाथरूम की तरफ गया मेरा लंड खड़ा हो गया था मैं वही पर खड़ा रहा और
उसको देखता रहा मैने अपने मोबाइल के कैमरे से उस की क्लिप भी बना ली थी
वो बहुत ही सेक्सी थी और बार बार अपने बूब्स को दबा रही थी और अपनी चूत
को रगड़ रही थी.
में समझ गया की उसको मेरा दोस्त पूर्ण रूप से संतुष्ट नही कर पाता है और
जब वो नहा कर निकल रही थी तो में वापस आ कर उसी जगह बैठ गया कुछ देर बाद
वो मेरे लिये चाय बना कर लाई और मेरे पास बैठ गई मेरा लंड अभी भी टाइट था
मैने डरते डरते उससे कहा की भाभी में कुछ पूछु आपसे वो मुस्कुरा कर बोली
पूछो मैने कहा की पूछना तो नही चाहिये है पर्सनल है पर पूछ रहा हूँ विकी
और आप की शादीशुदा लाइफ सुखी है? वो बोली हाँ हम खुश है मैने कहा की नही
आप की सेक्स लाइफ तो उसने मेरी तरफ देखा और कुछ देर खामोश रही फिर बोली
की तुम्हारे दोस्त मुझको संतुष्ट नही कर पाते है अब मेरी भी हिम्मत बढ़ी
और मैने पूछा की आप तो इतनी खूबसूरत हो सेक्सी हो आप पर तो कोई भी फिदा
हो जायेगा आप कोई दूसरा रास्ता क्यो नही अपना लेती हो वो बोली कैसा
रास्ता.
मैने कहा की किसी दुसरे से संपर्क करो वो फिर से बोली की क्या तुम मुझको
संतुष्ट करोगे यह सुनते ही मेरे तो जैसे खुशी का ठिकाना ही नही रहा हो
मैं तुरंत उठा और सुमन को अपनी बाहों मे भर लिया और उसके होंठो पर एक किस
किया और हम दोनो करीब 5 मिनिट तक एक दूसरे को किस करते रहे और वो मुझसे
बोली की पहले दरवाज़ा तो बंद कर दो में बोला की वो तो मैने पहले ही बंद
कर दिया है उसके बाद हम बेडरूम मे गये और उसने बिना देर लगाये मेरे सारे
कपड़े उतार दिये और मेरे लंड को अपने होठों मे ले कर दबाया और चूसने लगी
में भी अब अपने होश खोता जा रहा था मैने भी उसका गाऊन खोल दिया उसने अंदर
कुछ भी नही पहन रखा था अब वो बिल्कुल नंगी थी हम दोनो बेड पर लेट गये और
वो मेरे उपर चड गयी और बोली की कब से मेरे मन मे एक प्लान था की में तुम
से चुदवाऊँ आज मेरी इच्छा पूरी हो गई मैं भी बोला भाभी जी में भी आप को
चोदना चाहता था.
यह सुन कर वो बोली की मेरे राजा देर किस बात की है आज मैं तुम्हारे पास
हूँ जिस तरह से चाहो चोदो मुझ को बड़ी प्यासी है यह चूत मैने उसके टाइट
बूब्स को धीरे धीरे दबाना चालू किया अब वो धीरे-धीरे गर्म हो रही थी उसने
पीछे हट कर मेरे लंड को मुँह मे लिया और जोर जोर से चूसने लगी.
में भी तड़प रहा था उसकी चूत लेने के लिये करीब 15 मिनिट के इस खेल के
बाद मैने उसको लेटा दिया और उसके बूब्स दबाने लगा वो बोली की मेरे राजा
अब देर मत करो अब मुझ से रहा नही जा रहा है में उठा और और अपने 6 इंच
लंबा और मोटा लंड उसकी चूत के उपर रखा सुमंन एकदम ठीक थी पर उस की चूत
काफ़ी टाइट और सूखी थी मैने उस को हांथ से धीरे-धीरे रगड़ा करीब 3 मिनिट
के बाद उसकी चूत गीली हो गई फिर मैने अपने लंड को हल्का सा धक्का दिया
मेरा आधा लंड उसकी चूत मे था वो बोली जल्दी से पूरा अंदर करो मैंने एक
जोर का धक्का दिया वो चिल्ला उठी मार डाला ज़ालिम तुने शायद उसके पति का
लंड इतना लंबा और मोटा नही था.
कुछ देर बाद वो भी मेरे झटको के साथ खुद भी साथ दे रही थी और कह रही थी
की ले लो आज मेरी जम कर लूट लो मैने कितनी बार तुम्हारे दोस्त से चुदवाया
है पर वो मजा नहीं आया आज तुम मुझको रियल मे चोदो मेरी जान में भी जोर
जोर से झटके मार रहा था करीब 20 मिनिट के इस खेल मे वो 3 बार झड़ चुकी थी
अब में भी झड़ने वाला था मैने कहा सुमन में झड़ने वाला हूँ उसने कहा की
मेरे अंदर ही झड़ जाओं मैने कहा की अगर कुछ हो गया तो उसने कहा की कुछ
नही होगा में गोली खा लूँगी पर तुम अन्दर ही झड़ना में जोर जोर से अपना
लंड अंदर बाहर करने लगा कुछ ही देर बाद में उसके अंदर ही झड़ गया और हम
बिल्कुल शांत थे किसी तूफान के बाद की शान्ति थी.
हम कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे और फिर में उठा उसको एक लीप किस किया अब 4:30
हो चुके थे वो बोली की अब तुम को चलना चाहिये पर हाँ एक बात ध्यान रहे यह
बात बस मेरे और तुम्हारे बीच ही रहे तुम्हारे दोस्त को पता नहीं चलना
चाहिये मैने वादा किया और हम दोनो एक दुसरे से लिपट गये फिर में उठा
कपड़े पहने वो भी बाथरूम मे थी उसके बाथरूम से निकलने के बाद में वहा से
चला आया, पर अब भी जब हम को मौका मिलता है या घर पर कोई नही होता है तो
वो मुझको फोन करके बुला लेती है और हम भरपूर सेक्स का मज़ा लेते है।