किसी को पता ना चले देवर जी Bhabhi ke sath

हाय फ्रेंड्स, काफ़ी दिनो से मे इस पर स्टोरीस पढ़ रहा हूँ. तो सोचा इस

बार अपना अनुभव लिखू. ये एकदम सच्ची बात है की मुझे लडकियों से सेक्सी

बाते करना बहुत पसंद है. किसी को पता भी ना चले ओर मजा भी आये. जैसे की

कोई लड़की मिले और लड़का कहे…बहनचोद क्या दिखती

हो…और लड़की जवाब देक्यों मादरचोद लंड खड़ा हो गया".



तो में 12वी क्लास पास करके में कॉलेज में गया. इंजिनियरिंग का कॉलेज था.

बहुत ही कम लड़कियां थी वहा मे एकदम देशी था और 70 लडको की क्लास मे 10

लड़कियां थी,वो भी इंग्लिश मीडियम वाली अपना तो कोई चान्स नही था. मुझे

किसी फीमेल से दोस्ती करनी थी. सेक्सी बाते करनी थी. में मूठ मारने मे

खुश था पर चाहता था की फोन पर बाते करते करते मूठ मारू. फिर किसी को चोदू

मेरे फूफा के लड़के की शादी अभी हुई थी. वो दोनो भी साले ऐसे पागल थे की

बात-बात पर लड़ते थे में फिर बीच मे आकर सब कुछ ठीक करवाता था.







मेरी भाभी तो एकदम मस्त थीउसका फिगर एकदम मस्त मोटे मोटे बोबेआयशा टाकिया

की तरह. कमर भी एक दम लंबी और कमाल की गांड मे उसे पहले से लाइक करता

था,एक दिन मे उसके घर पर गया लगभग 12 बजे दिन को. मेरे एक दोस्त का फोन

आया तो में उससे बाते कर रहा था बाहर जा कर और फोन मे गालीयाँ भी दे रहा

था. मुझे नही पता था की किचन मे मेरी आवाज़ मेरी भाभी सुन रही थी.



थोड़ी देर बाद वो आई मुझे पानी देने कुछ खुश नही लग रही थीतो मैने पूछा

क्या हुआ."क्यों आज नहाये नही क्या" वो बोली नही पानी नही था सुबह तो

नहीं नहाईफिर वो बोली "फोन पर तो तुम कुछ गंदा बोल रहे थे" "ओह शीट" मैने

कहा फिर संभल गया और बोला."इसमे क्या नई बात है सब बोलते है"फिर वो वापस

अंदर चली गईमैने कहा "टाइम है तुम्हारे पास तो में बेठ जाउंवैसे तो मुझे

काम है" वो बोली हंस के "नहा के आती हूँ".

वो कुछ टाइम बाद एक दम मस्त नाह के आई…..बहनचोद क्या बूब्स थे..मसल दूँ

पर हिम्मत नही हो रही थीहम बाते करने लगे बात बात मे मे बोल गया की "तुम

दोनो पागल हो".वो पहले तो चोकी और बाद मे बोली.

"क्या बोलते हो अच्छा नही लगता" तो मैने कहा लड़ाई क्यो करते हो आपस

मेथोड़ी देर बाद भाभी बोली"मे नही तेरा भाई पागल है".

अब मे चोका,भाभी बोली "सही मे. वो बात बात पे डाटता रहता है मैने कहा

तुने गाली बोली" वो बोली "उसमे क्या है"अब मुझे मजा आने लगा थाफिर मैंने

भी बोल दिया की आज से मे भी तेरे साथ ऐसे ही बात करूँगावो बोली किसी को

पता ना चले देवर जीउसने मुझसे पूछा "में कैसी हूँ में बोला देख मे सब कुछ

बोलूँगाठीक है भाभी बोली.

मैने कहा तू एक दम मस्त माल है. तेरा बदन एकदम सेक्सी है. किसी का भी लंड

खड़ा हो जाये तेरे बूब्स एकदम जंपिंग टाइप के है और तेरी गांड एक दम मस्त

है वो हंसने लगी और दुसरे कमरे मे चली गयी. में पीछे पीछे गयातो वो चेंज

कर रही थी,में झट से कमरे मे घुस गया. भाभी बोली यहा से जाओं मैंने कहा

मुझे तुझे नंगा देखना है प्लीज़."

उसने झट से अपने कपड़े निकाले वो लाल बिकिनी मे सॉलिड दिखती थी क्या

बूब्स थे, क्या गांड थी में तो वही पर लंड मसलने लगा आज तो चोदुगां वो भी

मस्त हो रही थी मेरे पास आ रही थी धीरे धीरे चल रही थी फिर बोली क्या

कैसा है नज़ारा में बोला आज तेरी माँ चोदुगां दूँगा भाभी हंसने लगी

इतने मे किसी ने दरवाजे पर किसी ने लॉक किया, साला सारा मूड ही खराब कर

दिया, में अब भाभी को फोन पर बात करने लगा. हमने फोन पर सेक्स चालू किया.

पर मुझे अब चोदना था पर कैसे टाइम मिलेगा? हम सब लोगो ने एक दिन डिसाइड

किया की टूर पर चलते है एक प्राइवेट मिनी बस किराये पर ले ली भाभी साथ मे

थी पर भाई के मुझे तो किसी भी तरह उसको चोदना था मे लास्ट सीट पर था

भाभी आगे थी रात का लम्बा सफ़र था तीन फैमिली थी तो चान्स कम था.

फिर धीरे धीरे सब सोने लगे हम कुछ लोग थे पीछे वो जाग रहे थे मैने भाभी

को पीछे बुला लिया और पास में बिठा करके अंतराक्षरी खेलने लगे अब मैने

शुरू किया उसको दबाना मेरे पास ये अच्छा चान्स था तो में अपनी कोहनी से

उसके बोबे को दबा रहा था और में उसके पूरे शरीर पर हाथ फेर रहा था दो तीन

घंटे ऐसा ही चला पर मज़ा आ रहा था बाद मे भाभी भैया के पास चली गयी सुबह

सुबह हम बिच पर पहुचे मैने सोचा असली मजा तो अब शुरू होगा वो नाइटी पहन

कर आई नहाने जाना था इसलिये तो मे बोला उसके कान मे बहनचोद ये क्या पहना

है. कुछ चड्डी जैसा तो पहना था. तो वो चल हट करके वो तो नहाने चली गई में

भी गया.



अब मेने प्लान बदला मे अपने भैया के पास चला गया उसको तो आना ही था फिर

क्या था हम भी उसको भिगोने लगे किसी को शक भी नही होना था क्योकी भैया

साथ मे थे मैने कई बार अपना लंड उसकी गांड पर रगड़ा कई बार उसके बूब्स टच

किये एक बार तो पानी मे अंदर जा कर उसकी चूत को भी मसल दी अब वो भी मस्त

हो रही थी जब जब बड़ी ल़हर आती वो मुझे भी पकड़ती भैया के साथ साथ दो बार

तो मेरे लंड को भी मसल दिया पर कुछ आगे नही हो पा रहा था 5-6 बजे (शाम

को) तक तो यही हो रहा था अब रात होने को थी हम सब होटल मे थे मे जानबुझ

कर दारू ले आया. भैया को खूब पिलाई पर वो भी साला होश मे ही रहता था भाभी

मस्त सी लेंग्थ शॉर्ट नाइटी मे थी धीरे धीरे मैने भाभी को टच करना शुरू

किया एक दो बार उसकी जांघ को भी सहलाया फिर भाई बोले चलो अब सो जाते है

मुझे अपने रूम मे जाना पड़ा.

रात के 3 बजे थे मुझे तो नींद नही आ रही थी अब मुझसे नही रहा जा रहा था

तो मैने भाभी के फोन पर रिंग की उसने फोन नही उठाया दूसरी बार की इस बार

भैया ने उठाया मेने सोचा अब मर गया मैने तुरन्त कहा की भैया मुझे बुखार

है और ठण्ड लग रही है. तो क्या में आप के रूम में चादर लेकर आ जाऊ क्या.

भैया ने कहा आ जाओ तो तब जाकर शान्ति आई में रूम में गया तो भाभी ने

मुझको चेक किया और कुछ दवाई दी और भैया भाभी बेड पर सो रहे थे और में

भाभी के पास नीचे सो गया भाभी ने मुझसे कहा तुम्हे बहुत बुखार है तो में

दवाई खा कर सो गया और करीब 20 मिनिट के बाद मैने भाभी के पैर को टच किया

और धीरे धीरे उपर चलता गया और में उनके पेट पर हाथ फेरने लगा वो तो मज़ा

ले रही थी.

फिर बूब्स दबाना शुरू किया मस्त थे निपल गुलाबी थे में चूसने लगा वो भी

मस्त होने लगी थी पर वो बेड के उपर थी और मे नीचे में उसकी चूत को दबा

रहा था और वो भी मेरे लंड को मसल रही थी पर नीचे नही आ रही थी अब क्या

करे भैया को कैसे साइड मे करे. फिर मैने हिम्मत की और खड़े हो कर भाभी को

टायलेट मे ले गया वही पर पूरी नंगी की और जल्दी से लंड उसे हाथ मे दिया

उसने तुरंत लंड को चूत के पास रखा मैने धीरे धीरे लंड को चूत में डालने

लगा थोड़ी देर मे लंड पूरा घुस गया और मैने भाभी को धीरे धीरे चोदना शुरू

किया क्या मज़ा था विदेशी टायलेट पर बैठ कर चोदने का मज़ा आ रहा था.



में भाभी को जोर से झटके मार रहा था और भाभी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी

मैने भाभी की चूत में अपना लंड 10 मिनिट तक अन्दर बाहर करता रहा भाभी एक

बार झड़ चुकी थी और में भी झड़ने वाला था तो मैने भाभी की चूत में ही

झटके मार कर लंड का पानी निकाल दिया और लंड को चूत मे से निकाल कर अपनी

दो उंगलियों को मैने उसकी चूत मे डाली और एकदम स्पीड मे अन्दर बाहर करने

लगा थोड़ी देर बाद वो फिर झड़ गई और मुझ से लिपट गई और हम वापस जाकर अपनी

जगह पर सो गये .