प्रेषक : गुमनाम
दोस्तो यह कहानी मेरे साथ घट चुकी है. ये कहानी पढ़ कर आपको कैसा लगा
ज़रूर बताना. अब सीधा कहानी पर आते हैं. में एक पब्लिक सेक्टर कंपनी में
काम करता हूँ और मुझे कंपनी की तरफ से क्वार्टर मिला हुआ है. में अकेला
रहता हूँ और मेरी जनरल शिफ्ट ड्यूटी है. मेरे सामने
एक कपल रहते हैं और उनके दो बच्चे हैं. एक लड़का (5 साल ) और एक लड़की (3
साल ). भाभी की उम्र 32 साल है और उनके पतिदेव की उम्र 37 साल. उनका
शिफ्ट ड्यूटी रहता था. यह बात मेरे आने के 2 महीने के बाद की है. हम लोग
आपस में बहुत घुल मिल गये थे. क्योंकि मुझे बच्चो से बहुत लगाव है।
भाभी का फिगर मस्त था, रंग सावला था और सबसे दिलचस्प उनकी गांड थी. भाभी
मुझसे सारी चीज़ डिसकस करती थी. वो बोलती थी की उनको मेरा आपसे इतना बात
करना पसंद नही है तो में समझता था की ये नेचुरल है. धीरे धीरे मेरा और
भाभी का सात बढ़ता गया और वो किसी ना किसी बहाने से मेरे रूम में आ जाया
करती थी कभी चाय तो कभी कॉफी, स्नेक ऑफर करने के बहाने. मैं समझ गया था
की यह मुझे पसंद करती हे पर में ये सोच के चुपचाप था की कुछ भी इधर उधर
करने से प्रोब्लम हो सकता है और जॉब से भी हाथ धोना पड़ सकता है. मगर
किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
एक दिन उसके पति ट्रेनिंग के लिय 15 दिन के लिए आउट ऑफ स्टेट गये. पहला
दिन नॉर्मल में बीत गया. वो मेरे रूम मे आई और मुझे नॉर्मल टी और स्नेक्स
ऑफर किया, थोड़ी देर बात  की और यह बोल कर चली गयी की बच्चे अकेले हैं.
दूसरे दिन उसने कहा की रात का खाना आपके लिए बना दूँगी आप बाहर मत जाना
खाने के लिए… रात के 10 बजे वो खाना लेकर आई और मुझे खाना खिलाने लगी साथ
मे खुद भी खाने लगी. मुझे थोडा अजीब लगा क्योंकि कोई इस तरह से क्यों
करेगा या तो उसे कुछ चाहिए जो की में दे सकता हूँ या फिर पता नही।
मैने कहा ठीक हैं भाभी में खा लूँगा आप जाओ बच्चे अकेले हैं. भाभी ने कहा
इसलिए तो अभी आई हूँ… उन लोगों को सुला कर…. मैं उनका इशारा समझ रहा था
लेकिन मेरे तरफ से कुछ भी करना ठीक नही था. हम दोनो ने मिल के खाना खाया.
मैने कहा आपके पति कॉल करेंगे तो… तो वो बोली उनसे बात कर ली है और बोल
दिया है सब सो रहें हैं अब उनका कॉल नही आएगा… हम लोग टीवी देख कर खा रहे
थे।
खाना खत्म होने के बाद वो बोली की आप और कुछ लेंगे क्या तो बना दूँगी…..
मैने कहा जब सब कुछ बना हुआ है तो और क्या बनाने की ज़रूरत है… हम दोनो
हंसने लगे. उसने बोला की दही लेंगे… मैने सर हिलाया और कहा आपके पति बहुत
लक्की हें… उसने कहा पर मैं लक्की नही हूँ… तो मैने पूछा क्यों… उसने कहा
बस ऐसे ही वो आज कल मुझ पर ज़्यादा ध्यान नही देते…
भाभी ब्लू कलर की नाईटी पहने हुई थी. यह सब सुन कर मेरे लंड में तूफान सा
मचने लगा. मैं अक्सर ब्लू फिल्म देख कर मूठ मारता था और अपनी प्यास
बुझाता था…. मगर आज तो कुछ और ही होना था. भाभी मेरे पास आई और बोली i
love u … वो मेरे पास सोफे पर आकर बैठ गयी और मुझसे पूछा की वो मुझे कैसी
लगती है. मैने कहा भाभी मैं तो आपको शुरू से ही पसंद करता था मगर एक डर
बना रहता था की कुछ प्रोब्लम ना हो जाए… इस पर उसने कहा की कोई प्रोब्लम
नही होगा में सब संभाल लूँगी…
हम दोनो एक दूसरे को पागलों की तरह किस करने लगे. उसने बोला आज मेरी पूरी
प्यास बुझा दो आज से मैं तुम्हारी हूँ… मैने कहा सब यहीं करेंगे या
बेडरूम में चलें… उसने मुस्कुरा कर कहा….तुम जहाँ सुरू हो जाओ वही मेरा
बेडरूम है… मैं उसे बेडरूम में ले गया. रात के 11 बज चुके थे और बाहर
मौसम भी बारिश का था और कूल था. मैने उसे बेड पर लिटा दिया और खुद भी लेट
गया. हम दोनो की साँसें तेज हो चुकी थी. मैं उसे किस करने लगा वो मदहोश
होने लगी. मैने उसका नाईटी निकाल कर फेक दिया अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी
में थी. उसने कहा लाइट ऑफ कर दो मुझे शरम आ रही है तो मैने कहा अब किस
बात का शरम… मैने ब्रा खोल दिया और उसे सीधा कर के उसके चुचि (बोब्स) को
चूसने लगा।
वो भी मुझे किस कर रही थी. मैं धीरे से अपना शर्ट और पेंट निकाल दिया और
अंडरवेयर में से लंड निकाल कर उसके हांथ में दे दिया. मेरा लंड 6 इंच का
है और नॉर्मल साइज़ का है।
वो उसे पकड कर खेलने लगी और मैं भी उसके चुचि को खूब मसलने लगा. फिर मैने
उसके पेट को छूना शुरू किया और नीचे देखा तो उसकी पेंटी गीली हो चुकी थी.
उसने अपना पानी छोड़ दिया था. वो मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से हिला रही थी.
मैने अपना अंडरवेयर निकाल दिया और उसका पेंटी भी. अब हम दोनो पूरे नंगे
एक दूसरे के उपर लेटे हुए थे. उसने कहा अब कंट्रोल नही हो रहा है मुझे
चोदो मैने कहा अभी तो मेरी जान शुरुवात है जम के चुदाई होगी… मैं फ्रीज़
में से कुछ आइस लेकर आया. उसके निप्पल और पेट पर आईस रगड़ने लगा. 5 मिनिट
के बाद मैने अपना लंड उसके मूह में डाल दिया. वो लोलिपॉप की तरह चूसने
लगी. मैने उसके चूत में भी एक आइस डाल दिया वो उछलने लगी और अपनी गांड
नाचाने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मेरा पूरा वीर्य निकल गया और उसने
जोश में उसे पी लिया।
फिर मैने खुद को साफ किया और उसकी चूत को चाटने लगा. वो चिल्लाने लगी और
बोलने लगी कुत्ते चुदाई भी करोगे या मुझे तडपाते रहोगे… मैने कहा मेरी
प्यारी रंडी भाभी लंड से तुमने सारा माल निकाल लिया इसे फिर से चूस के
खड़ा करो… उसने बिना कुछ बोले ज़ोर ज़ोर से लंड चूसने लगी और उसे खड़ा कर
दिया. अब में उसके उपर आकर लंड उसके चूत में डाल दिया और उसे ज़ोर ज़ोर
से चोदने लगा….वो चिल्लाने लगी और गलिया भी दे रही थी…उसके मूह से अजीब
अजीब आवाज़ आ रही थी….आआआहह…..उूउउ….माआअ…..और ज़ोर से डालो मेरे राजा आज
से तुम्हारी रांड़ बन के रहूंगी बहनचोद फाड़ दो मेरी चूत को…ये सब सुन के
मैं और जोश में आ गया और उसे घोड़ी बनने को कहा और पीछे से ज़ोर ज़ोर से
धक्के लगाने लगा. वो पागलों की तरह गांड मटका रही थी।
मैने कहा तुम्हारी गांड तो चूत से भी मस्त है…और एक उंगली गांड में डाल
दि. वो और गांड मटकाने लगी ये देखकर मैं और ज़ोर से डालने लगा और दो
उंगली गांड मैं डाल दि… वो चिल्लाने लगी. फिर मैने कहा मेरा निकलने वाला
है…उसने कहा चूत मैं ही डाल दो…मैं उसके चूत में ही डिसचार्ज हो गया और
उसी पोज़िशन में उसके उपर लेट गया।
हमने उस रात सुबह 4 बजे तक तीन बार सेक्स किया. उसे बहुत मज़ा आया
क्योंकि मैने उसे अलग अलग पोज़िशन में चोदा. वो बहुत ही खुश थी. हमने 13
दिन बहुत सेक्स किया. उसने कहा तुम इतने हॉट होगे मैने कभी नही सोचा था.
अब हम जब भी मौका मिलता है तब चुदाई करते हैं. उसके पति की जब भी नाइट
शिफ्ट होती है तब वो मेरे रूम मे आती है और हम लोग जम के चुदाई करते हैं।
में आगे की स्टोरी मैं बताऊंगा की कैसे में अब उसे और उसकी सहेली जिसके
पति उसके पति  के साथ काम करते हैं और उनका शिफ्ट ड्यूटी भी एक साथ पड़ता
है.. दोनो को कैसे रात भर चोदता हूँ…
