भाभी के साथ मस्त रात Bhabhi Ke Sath Masti

मेरी चचेरी भाभी का नाम सुनीता है. उनकी उम्र 29 साल है, वो गोरी, बड़ी

चूची और मोटी गांड वाली औरत हैं जिसकी हाइट करीब 5.4 है और हमेशा आँखों

में काजल होठों पर ब्राउन लिपस्टिक लगाए रहती हैं. बिल्कुल ऐसा लगता है

जैसे अभी अभी शादी हुई है. जबकि उनके दो बच्चे हैं एक

7साल का और एक 1 साल का. भईया मुम्बई में काम करते हैं और 3-4 महीने में

एक बार घर आते हैं. काम ज़्यादा होने और टाइम कम होने से वो भाभी पर कम

ध्यान देते हैं. वैसे तो भाभी मस्त रहती है पर मेरे से उनकी अच्छी बनती

है या कहो तो में मेरी भाभी का अच्छा दोस्त हूँ. मैं और सुनीता भाभी साथ

साथ घूमते हैं और लोगों को यही लगता है जैसे हम पति पत्नी हैं. मार्केट

जाना, पिक्चर देखना, रेस्टोरेंट जाना और आने जाने में बाईक पर चिपक कर

बैठना चूचियों का पूरा वजन मेरी पीठ पर देना. भाभी काफ़ी सुंदर है और रोज

शाम को सजती हैं. एक दिन शाम को मैं कॉलेज से लौटा तो भाभी बोली चलो यार

ज़रा समान लेने चलना है.. में तेयार हुआ और बाज़ार गये वहा उन्होने कपड़े

लिए और साथ में ब्रा और पेंटी लेने लगी. उनके पास पैसे कम थे तो मुझसे ले

लिए और बोली घर पर ले लेना. में शर्मा गया पर कुछ बोला नहीं. ऐसा अक्सर

होता है की भाभी मेरे साथ ब्रा पेंटी ले लेती हैं कभी तो रास्ते में ठेले

से लेने लगती हे।





एक दिन में कॉलेज से दोपहर में घर आया तो देखा घर का दरवाज़ा खुला है और

अंदर से अज़ीब सी आवाज़ें आ रही हैं. में अंदर घुसा तो देखा की भाभी मेरे

कंप्यूटर पर सेक्सी मूवी देख रहीं हैं और एक मूली को अपनी चूत में अंदर

बाहर कर रही हैं. यह देख मुझे अजीब सा लगा. मैनें कभी भाभी के बारे में

ऐसा नहीं सोचा था की भाभी ऐसा कर सकती हैं और वो भी मेरे कंप्यूटर पर.

में तुरंत वापस बाहर आ गया और फिर आवाज़ करते हुए गाड़ी खड़ी की भाभी

भागती हुई आई मैनें देखा भाभी को पसीना आ रहा था. भाभी बौखलाई सी थी.

मैनें उनको देखा और अंदर आ गया भाभी ने मुझे खाना दिया और में खाना खा कर

लेट गया और सो गया सपने में मुझे भाभी और मूली दिख रही थी और कभी लगे की

मैं भाभी को चोद रहा हूँ।







सोते में मेरा लंड इस ख्याल से झड़ गया और में उठकर बैठ गया और बाथरूम

में जा कर साफ़ करके लौट आया. भाभी ने मुझे चाय पीने को बुलाया. मेरे मन

में भाभी को चोदने का ख्याल आने लगा. बाहर आया तो देखा की भाभी ब्लैक

साड़ी और लो कट ब्लाउस बहुत बहुत सेक्सी लग रही थी. मुझे चाय देकर भाभी

मेरे पास बैठ गयी और हम बाते करने लगे. तभी भाभी ने देखा की में लगातार

उनकी चूची देख रहा हूँ तो पूछने लगी क्या देख रहे हो तो में शर्मा गया और

बोला कुछ नही भाभी कुछ नही. इस पर भाभी हमेशा की तरह मुस्कुरा कर बोली

अरे यार शर्माओ मत बोल की तुम मेरे दूध देखने की कोशिश कर रहे थे, इतना

सुनते ही मेरा फ्यूज़ उड़ गया में हैरान और भाभी से सॉरी बोला।



यह सुन कर भाभी हंसी और बोली तुम जवान हो तुम्हारे मन में औरतों के प्रति

काफ़ी विचार आते होंगे पर अपनी भाभी के लिए तो ना लाओ… कुछ देर चुप रहने

के बाद में बोला देखिए भाभी आप बहुत सेक्सी हो में आपको पसंद करने लगा

हूँ और आप से प्यार करता हूँ प्लीज़ मुझसे शादी कर लो… नही तो में मर

जाऊँगा… भाभी बोली तुम पागल हो गये हो ऐसा कहीं होता हैं क्या तुम्हारे

भईया क्या करेंगे फिर और तुम ऐसा मत बोलो… भाभी प्लीज़ मान जाओ ना.. भाभी

बोली अब बस आगे नहीं और मेरे मुहँ पर हाथ रख दबा दिया और मेरा मुहँ बंद

कर दिया. मैनें भाभी की हथेली पर चूम लिया भाभी मुस्कुरा दी पर बोली कुछ

नहीं. मैनें बोला भाभी में आप को चूम सकता हूँ.. वो बोली में तुझे मना

थोड़ी करूँगी… तुम मेरे छोटे से देवर हो तुम मुझे प्यार करोगे तो मैं

रोकूंगी नहीं…

मैनें भाभी के दोनो गालों पर पप्पी ली. और फिर में बोला भाभी और ले लूँ..

भाभी बोली कितनी लेनी है मैनें कहा बहुत सारी.. और में उनको चूमने लगा.

फिर एकदम से उनके होठों पर किस किया तो भाभी चिल्ला उठी यह क्या करते हो

में फिर चूमने लगा तो वो विरोध कर रही थी पर मैनें उसके हाथ पकड़ लिए और

उनके होठों को अपने होठों के शिकज़े में जकड़ कर चूसने लगा. भाभी कसमसा

रही थी छूटने की कोशिश कर रही थी पर में नही छोड़ रहा था. 10 मिनिट बाद

जब सारी लिपस्टिक और होठों का रस में चूस चुका था तो उनको छोड़ा तो भाभी

अपने होंठ साफ़ करते हुए गुस्से से बोलने लगी साले कुत्ते कमीने अपनी

भाभी पर बुरी नज़र रखते हो कमीने कहीं के हरामजादे साले भाभी के साथ क्या

करता है हरामी मादरचोद में तेरे बारे क्या क्या सोचती थी.. तुम्हें भोला

बाला अच्छा लड़का समझती थी और तू मुझे ही चोदना चाहता है मुझे चूस रहा

है…..हराम की औलाद..



मैनें भाभी को उठाकर सोफे पर पटक दिया और उनको बोला कुत्तिया कमिनी,

मादरचोद बहनचोद, भोसडी वाली साली सती सावित्री बन रही है बेटीचोद मेरे

कंप्यूटर पर सेक्सी मोवी देखती है और नंगी पिक्चर्स देखती है और अभी नाटक

करती है मादरचोद आज तो तुझे नंगा करके तेरी माँ चोदुंगा… भाभी आज तुमको

कस कर चोदुंगा… पूरी फिल्म दिखाउंगा… आज अगर फिल्म ना देखी तो मेरा नाम

मिंटू नहीं… भाभी लगातार मेरा विरोध कर रही थी और इसी बीच में उसने मुझे

धक्का दिया और एक थप्पड़ मार दिया।



मुझे तारे नज़र आ गये मेरी पकड़ ढीली हुई तो उसने मुझे धक्का दिया में

गिरा वो भागने लगी तो मैनें उसका पावं पकड़ लिया और वो फिर से तख्त पर

गिरी. उसको चक्कर आ गया उसकी आखें बंद हो गयी और मैनें उसको अपनी गोद में

उठा लिया और उसे अपने कमरे में ले आया और उसको दो थप्पड़ रसीद किए उनके

गाल लाल हो गये. और में बोला बोल खुद चुदोगी भाभी जान, या फ़ीर कहो तो आज

में रेप करूँ तुम्हारा… और एक हाथ से मैनें कंप्यूटर खोला और वही फिल्म

लगा दी. भाभी फिल्म देखने लगी. मैनें उसकी चूची पर हाथ रखा तो मेरा हाथ

झिड़क दिया और बोली साले कमीने तू मुझको नहीं चोद पाएगा…

मैनें आव देखा ना ताव और सुनीता भाभी की साड़ी पकड़ कर खींच ली और भाभी

मेरी बाहों में आ गयी और मैनें उनके होठों पर क़ब्ज़ा किया और चूसने लगा

लगातार चूसते हुए 20 मिनिट में ही भाभी मस्त होने लगी. मैनें भाभी के

साड़ी उतार दी और भाभी की गांड दबाने लगा. फिर आगे से चूत पर हाथ लेकर

गया तो मुझे पेटीकोट गिला होता लगा. मैनें कसकर चूसना शुरू किया और

चुचिया दबाने लगा और जैसे ही छोड़ा तो भाभी भागने लगी. मैनें पकड़ा तो

उनका ब्लाउस मेरे हाथ में आया और पीछे से फट गया नीचे ब्रा पहने थी. वो

भागी में पीछे भागा और उसको सीडी पर पकड़ लिया और सामने से ब्लाउस पकड़

कर खींच लिया और फिर एक बार ब्लाउस फट गया और ब्रा नज़र आने लगी जो ब्लैक

थी. मैनें भाभी को सीडी पर ही लिटा दिया और उनको नोचने लगा भाभी तिलमीलाई

जा रही थी पर चिल्ला नहीं रही थी. मैनें उनकी ब्रा पकड़ी और खींच लिया ओर

जेसे ही खींचा तो मजबूत संगमरमर के तराशे हुए बोब्स बाहर आ गये और में

देखता रह गया।

मैनें भाभी को लिटा दिया और उनका पेटीकोट पकड़ कर फाड़ दिया और वो एकदम

नंगी हो गयी में मस्त होकर उसे देखने लगा. एकदम स्तब्ध रह गया मौका देख

भाभी भागी अपने कमरे में मैं पीछे भागा भाभी दरवाज़ा बंद कर रही थी की

मैनें पैर घुसा दिया और मुझे चोट लगी भाभी ने तपाक से दरवाजा खोल दिया और

मेरा पैर पकड़ लिया और बोली चोट तो नहीं लगी में हैरान रह गया और शांत हो

गया मेरे मुहँ से कुछ नहीं निकला अब में चुप शांत और पलटा और लौट आया.

मेरे दिमाग़ खाली हो गया अपने कमरे में गया और फिल्म बंद कर दी। और लेट

गया।

तभी मेरे पीछे भाभी आई बोली क्या हुआ मिंटू बेटा क्या जोश ठंडा हो गया अब

नहीं चोदोगे अपनी भाभी को आज सुनहरा मौका लगा है कल मिले ना मिले बेटीचोद

चोदो मुझे बस डर गये या झड़ गए… मैनें कहा था ना की तू मुझको नहीं चोद

पायेगा आने दे अपने भाई को उसको सब बताउंगी की तूने कैसे मुझे चोदा हैं…

मैनें उसको देखा उसकी दोनो संगमरमर की चूचिया हिल रही थी उपर नीचे हो रही

थी. जैसे तराजू के दो पलड़े में देखता रहा और मैनें उसकी दोनो चूची पकड़

ली और उसका मूहँ अपने लंड पर दबाने लगा, और मैनें उनकी चूचियाँ मसलना

शुरू कर दिया और कस कर दबा रहा था. उनकी सिसकारियाँ बड रही थी. मैनें

उसकी चूची मुहँ में ली और चूसने लगा वो मेरे बाल नोच रही थी।

हटा रही थी पर में लगातार उसकी कभी एक तो कभी दूसरी चूची चूसता और काटता,

वो मचल रही थी. ओइईईईियय…उऊ…कर रही थी. मैनें आव देखा ना ताव और अपना लंड

निकाल कर उसके हाथ में दिया जिसको पकड़ते ही वो हैरान रह गयी की 8 इंच का

लंड मस्त खड़ा मेरे हाथ में है उसने आखें बंद की और मेरा लंड छोड़ दिया.

मैनें उसको अपने उपर खींचा और खड़े लंड पर बैठा दिया और पूरा का पूरा लंड

एक ही बार में अंदर कर दिया वो चिल्लाने लगी साले मादरचोद बाहर कर साले

मर गयी में साले निकाल बाहर दर्द हो रहा है.. साले मादरचोद मेरे देवर

छोड़ अपनी भाभी को में तेरी माँ समान हूँ प्लीज़ मत चोद.. छोड़ दो ना..

दर्द हो रहा है साले मादरचोद निकाल बाहर.. प्लीज़.. ईईईई.. उूऊउनई…

निकालो मिंटू प्लीज़… पर में नहीं माना मैनें उसकी कमर पकड़ी और उसको ऊपर

नीचे करने लगा।

फिर उसको गोद में लिया और बाहर सोफे पर लाकर उसको लिटा दिया और उसपर अपनी

चक्की चला दी. में लगातार तेज धक्के दे रहा था और वो चिल्ला रही थी.

धींरे करो प्लीज़ धींरे कस कर नहीं चोदो.. छोड़ दो.. मेरी इज़्ज़त मत

लूटो.. मैनें कहा साली जब छोड़ कर आ गया था तो मुझको जोश दिलाने तूही आई

थी अब चुद साली मादरचोद बहुत खुजली होती है ना तेरी चूत में आज सारी

खुजली दूर कर दूँगा साली बहन चोद आज तेरी माँ चोद डालुंडा साली… और में

ज़ोर लगाने लगा. भाभी चिल्ला रही थी मत चोद मिंटू तोड़ा धीरे दर्द हो रहा

है प्लीज़ उई… फिर अचानक समय बदलने लगा और भाभी की आवाज सिसकारियों में

बदल गयी. और स्वर बदलने लगे, चोद लो मिंटू चोद कसकर चोद साले बहुत खुजली

है मेरी चूत में.. फाड़ डाल साली को बहुत गर्मी है साली में चोद आज में

तेरी हूँ आज के लिए… वैसे भी कई दीनो से लंड की प्यासी हूँ.. भाई रहते

नहीं है और किसी से चुद भी नही सकती इसीलिए तो सेक्सी फिल्म देख के अपनी

चूत में मूली, गाज़र, केले और उंगली करती थी… तुम्हारे भाई का लंड छोटा

है ठीक से खड़ा भी नहीं होता है और बिज़ी आदमी है मज़ा आ रहा है यार चोदो

कसकर साले कसकर चोद बहुत जान है मेरी चूत में देखती हूँ मैं कितना दम

तुझमें देखती हूँ में… लगातार भाभी मस्ती वाली बातें कर रही थी।



मेरा जोश बढ़ गया और मैनें उसके होठों पर होंठ रखे तो अबकी बार वो भी

मेरा सपोर्ट कने लगी और मेरे साथ साथ चूसने लगी में लगातार धक्के दे रहा

था. मैनें उसकी दोनो टांगे अपने कंधे पर रखी और फिर धक्के लगाने लगा.

मेरे झटको और धक्कों से भाभी दो बार झड़ गयी और मैनें कहा भाभी में गया

बस छूट रहा हूँ.. और मैनें उनकी चूत में ही अपना लंड झाड़ दिया. भाभी

शांत थी और मुझे चूम कर बोली साले मेरा रेप कर ही दिया ना.. में नहीं

चूदना चाहती थी यार तूने मुझे चोद दिया साले कुत्ते कमीने… में भाभी के

मुहँ से गंदी बातें सुनकर स्तब्ध था. वो बोली बेटा क्या मस्त लंड है

तुम्हारा आज तो मज़ा आ गया है दिल कर रहा है की तुमको हमेशा के लिए अपना

पति बना लूँ… पर तुम्हारे भईया क्या करेंगे.. और फिर मुझसे बोली चलो यार

अब मुझे अपना मस्त हाथी चाटने दो.. तो और फिर आइस्क्रीम जैसे चाटने लगी

15 मिनिट तक और चूसने और चाटने के बाद मैनें भाभी से कहा मेरा पानी निकल

जाएगा तो वो बोली कोई बात नहीं जब चूत में ले सकती हूँ तो साले में तेरा

पानी अपने मुहँ में भी ले सकती हूँ चल मेरे मुहँ में निकाल पानी…

मैनें सारा पानी उसके मुहँ में निकाल दिया और वो उसे पी गयी और मुझे

देखकर बोली साले सूअर की औलाद देखा कैसे पिया सब.. मुझे गुस्सा आ गया और

उसको उठाकर खड़ा किया और उसको 5-6 थप्पड़ मारे तो वो रोने लगी. क्या हुआ

जो मुझे मार रहे हो.. मैनें ऐसा क्या कह दिया मैनें उसको पकड़ा और उसकी

चूत में उंगली करने लगा और उसकी चूत जो झांटो के साथ थी चाटने लगा तो

कुत्तिया बोली कस के चाट मेरे यार मै उसकी चूत मे काटने लगा और नोचने लगा

तो बोली आराम से कर में कहीं भागी नही जा रही… मैनें उससे बोला में सूअर

की औलाद हूँ ना इसलिया ज़ोर से दबाऊंगा और काटूँगा साली हरामजादी रंडी

कुत्तिया कमिनी साली आज तेरे सारे नट – बोल ढीले कर दूँगा.. वो बोली मेरी

गालियों का बुरा मत मानो राजा यह तो तुम्हारे चचेर भाई ने सिखाई हैं वो

मुझे ऐसे ही चोदते है मैनें कहा साली तेरा रेप किया तब भी मस्त है… बोली

रेप तूने किया है मेरा पर में तो पहले ही तेरे भाई से चुद चुकी हूँ और

चोद के तू मेरा क्या बिगाड़ लेगा वैसे भी मैं नसबंदी करा चुकी हूँ मुझे

जैसे चाहे चोदो मुझे कुछ नही होना है… मैनें बोला मादरचोद चोद दूँगा आज

तेरी, कुत्तिया चल अपनी चूत दिखा और मैनें उसकी चूत को चाटा और उसको बगल

में लिटाकर उसकी बगल में लेट गया और दोनो टांगे आगे कर उसकी चूत में लंड

डाला उसकी चूत सूज गयी थी. मैनें धक्का मारा थोड़ा सा गया फिर मारा भाभी

चिल्ला पड़ी धीरे से यार दर्द हो रही है…



मैनें एक और मारा 3/4 अंदर था उसकी आँखों से आंसू निकले मैनें चौथे धक्के

में लंड पूरा अंदर डाला और फिर अंदर बाहर करने लगा. लगातार धक्कों से

उसकी चीख निकल रही थी. मर गयी जालिम मार डाला तूने मुझे बस कर मर गई

माँ.. दर्द हो रहा है प्लीज़ धीरे चोदो ना प्लीज़ धीरे से.. मार डालोगे

क्या प्लीज़ धीरे से.. मर गई… में कुछ सुन ही नहीं रहा था मेरे दिमाग़

में मूली वाला सीन आ रहा था. मैनें भाभी को पकड़ा और अपनी तरफ मुहँ करके

होंठ चूसने लगा. भाभी भी साथ दे रही थी. मस्त हो गयी थी. तभी अंदर गिला

सा लगा भाभी झड़ गयी थी. थक गयी थी पर में रुक नही रहा था. में लेट गया

और भाभी मेरे ऊपर बैठ गयी और ऊपर नीचे होने लगी. 10 मिनिट में मैं झड़

गया. इसमे पुरे 35 मिनिट लगे और भाभी की चूत फूल कर गुब्बारा हो गयी।

भाभी बोली मुझे पेशाब जाना है मैनें कहा मुझे भी जाना है चलो साथ चलें हम

साथ में पेशाब गये भाभी के मूतने में सीटी की आवाज़ आ रही थी. उनको ज़ोर

लगाना पढ़ रहा था. मैनें उनको रोका और उनको कहा ज़रा रूको मुझे एक काम है

भाभी पेशाब करते हुए रोक दिया. मैनें उनको उठाया और अपने लंड पर बिठा

दिया और मूतने को कहा तो भाभी बोली पागल हो गये हो में कैसे मुतुंगी..

मैनें कहा ज़ोर मार साली मुत अब मज़ा आयेगा.. भाभी ने ज़ोर लगाया मैनें

भी उनके अंदर मूतना शुरू कर दिया. दोनो साथ में पेशाब कर रहे थे सारा

मूत्र धीरे से बाहर आ रहा था. 5 मिनिट बाद मैनें जब उनको उतारा तो वो

शर्म के मारे लाल हो गयी थी और मेरे से नज़र नहीं मिला रही थी. मैनें

कहा क्यों भाभी मज़ा आया की नहीं… भाभी मुस्कुरा दी और शावर चला दिया और

हम नहाने लगे वो मेरा लंड धोने लगी।



मैनें उनकी चूत पर हाथ मारा और अंदर उंगली करके साफ करने लगा. फिर 15

मिनिट बाद हम बाहर निकले दोनों फ्रेश थे. मैनें भाभी के कुल्लो पर हाथ

रखा तो उनकी गांड के छेद पर हाथ पड़ा और मैनें उसमें उंगली डाल दी भाभी

उछल पड़ी और भागी में पीछे था. भाभी कमरे घुस गयी और अंदर से दरवाज़ा बंद

कर लिया और बोली साले चूत क्या दे दी.. अब गांड के पीछे पड़ा है… मैनें

कहा प्लीज़ भाभी दरवाज़ा खोल दो नहीं तो तोड़ दूँगा… और मैनें धक्का मारा

चिटकनी टूट गयी. भाभी बिस्तर पर लेटी थी और अपने हाथ अपनी गांड पर रखे थी

नहीं दूँगी साले अब क्या मेरी माँ चोदेगा साले इसी दिन के लिए खिला पीला

रही हूँ… इतना मस्त लंड किया ताकि मेरी ही गांड फाड़ दे… मैनें कहा

मादरचोद अपनी गांड मारा ले नहीं तो में तुम्हारी माँ चोद डालूँगा.. भाभी

बहुत मज़ा आयेगा एक बार मरा लोंगी गांड तो हमेशा कहोगी मेरी गांड पहले

मारो बाद में मेरी चूत चोदना… पर भाभी अपनी गांड का छेद नही खोल रही थी।

तब मैनें उनका हाथ पकड़ कर घसीटा और भाभी बिस्तर से नीचे गिर पड़ी मैनें

तुरंत उठाया और उनका घुटना सहलाने लगा. भाभी रोने लगी. मैनें तुम्हारा

क्या बिगाड़ा है जो मेरा रेप किया अब मेरी गांड मारना चाहते हो प्लीज़

छोड़ दो… मैनें छोड़ तो दिया है यार पर एक बार में तुम्हारी गांड मारना

चाहता हूँ फिर तुझे हाथ भी नहीं लगाऊँगा… भाभी बोली फिर तो नहीं परेशान

करोगे पक्का… मैनें कहा पक्का भाभी… फिर भाभी उठी और मेरे पास आई और चूम

कर बोली देखो तुम्हारे भाई साहब मेरी गांड मार चुके है मुझे दर्द होता है

और तुम्हारा तो इतना बड़ा है की डर लगता है प्लीज़ धीरे धीरे करना…

मैनें कहा ठीक है मैने उनकी गांड देखी और अपनी उंगली डाल दी भाभी चिल्लाई

अबे धीमे डाल साले लगता है… मैनें ध्यान नहीं दिया और तेज़ी से उंगली

अंदर बाहर करने लगा में उंगली से गांड मार रहा था और उनकी चूची चूस रहा

था. भाभी भी चूची उठा उठा कर चूसा रही थी साली एकदम रंडी की तरह काम कर

रही थी. मैनें अपना लंड उनको चूसने को कहा तो चूसने लगी मेरा लंड मुहँ

में पूरा लेकर चूस रही थी. मैनें उसकी गांड पर वेसलीन लगाया और मैनें

उसको कहा की मेरे लंड को थूक से लथपथ कर.. भाभी ने बहुत सारा थूक लगाया.

मैनें लंड उसकी गांड पर रखा तो उसने कहा मेरी माँ में तो मरी मुझे बचा लो

आकर… मैनें ताक़त लगाकर निशाना लगाया पर लंड की टोपी जाकर फस गयी और

भाभी आगे भागी दर्द से चिल्लाकर छुट गई और लंड बाहर आ गया. अब भाभी तैयार

नहीं थी तब मैनें उसके दोनो हाथ उसके पेटीकोट से बाँध दिए और उसको तख्त

पर पेट के बल लिटा दिया और उसकी टांगे भी बांध दी भाभी बोली साले हरामी

बाध क्यों रहा है… मैनें कहा ताकि भागो नहीं मादरचोद साली कुत्तिया बहुत

बोलती हे छुप छाप पड़ी रह नहीं तो रंडी बनाकर अपने दोस्तों के आगे डाल

दूँगा साली गेंग रेप करा के रंडी बना डालूँगा रोज रात में चुदोगी और

मैनें अपना लंड उसकी गांड पर रखा वो कसमसाई पर मैनें उसकी दोनो चूची

पकड़ी और अपना लंड गांड में डाल दिया पहले धक्के में सुपडा गया दूसरे मे

ज़रा सा तीसरे में आधा चौथे में चौथाई और पाँचवें में जैसे ही लंड अंदर

हुआ मादरचोद चिल्लाने लगी।



मर गयी साले हरामी निकाल लंड साले काट दूंगी तेरा लंड.. कुत्तों को ना

डाला तो मेरा नाम सुनीता नहीं… बाहर निकाल.. आआ..ई…यईईई.. मर गयी.. आ..

साले निकाल कुत्ते हरामी निकाल… मैनें उसके होठों पर क़ब्ज़ा किया और

चूसने लगा वो तड़प रही थी और में लगातार धक्के मार रह था. 25 30 धक्कों

के बाद मेरा लंड झड़ गया और मैनें भाभी के होठ छोड़े तो भाभी बोली साले

फाड़ दी मेरी गांड… मैनें कहाँ फाड़ी साली फाड़ुँगा तो अब और मैनें लंड

बाहर किया और भाभी के मुहँ में डाल दिया और भाभी चूसने लगी. मैनें देखा

भाभी की गांड से खून आने लगा था. मैनें कहा साली तेरी गांड तो पहले ही फट

गयी है इसमें से तो खून आ रहा है… भाभी बोली दर्द हो रहा है यार छोड़ दो…

मैनें कहा अगर साथ दो तो इस गांड मराई के बाद छुट्टी है… भाभी बोली ले

मार साले हरामी कुत्ते.. मार मेरी गांड भाभी ने कराहते हुए अपनी गांड

उपर करी।

मैनें भी झट से लंड गांड पर लगाया और धक्का दे दिया भाभी तख्त पर गिर

पड़ी और चिल्लाने लगी. मर गयी जालिम साले मर गई फट गयी मेरी गांड बन गयी

में तेरी रांड़ साले बना दे मुझे रंडी बना दे मुझे अपनी रांड़ ले ले मेरी

गांड… भाभी गाना गाने लगी. मैनें तड़ातड़ धक्का मारना चालू किया और

धक्के मारते मारते भाभी मज़ा लेने लगी और तेज़ मेरे यार और तेज़ साले

मेरी खुजली मिटा अपनी भाभी को चोद साले सुअर चोद अपनी भाभी की गांड आज

तूने अपजी भाभी के तीनो छेद चोद डाले… साले निकाल ले रस अपनी भाभी का चूस

ले सारा रस इस बदन का… में तुम्हारी हूँ राजा… मज़ा आ गया… मज़ा आ रहा है

गांड मारने का और तेज़ मार अब तो मेरी माँ की भी गांड मारना यार में अपनी

माँ भी तुझसे चुद्वाऊगी मार साले .. मार धक्का तेज़ मार.. मैनें भाभी के

हाथ खोल दिये और पैर भी।



भाभी कुत्तिया की तरह बैठ गयी थी और में उस पर जमकर धक्का मार रहा था और

भाभी कभी अपनी चूची दबाती तो कभी चूत में उंगली करती और में धक्के मारता

जा रहा था. तभी भाभी बोली मै आ गई मेरे यार मेरे चूत का पानी निकल रहा

है.. और भाभी झड़ गयी इधर मेरा लंड टाइट हो गया था और मेरी तेज़ी ने दम

तोड़ दिया और मेरा लंड एक बार फिर उनकी गांड में झड़ गया और में भाभी के

उपर लेट गया. मेरा लंड उनकी गांड में था और में उनके उपर शांति से लेटा

था. 15 मिनिट बाद मैनें उनकी गांड से लंड निकाला भाभी तड़प गयी क्योंकि

गांड फट चुकी थी और जगह जगह से खून निकल रहा था।

मैनें भाभी से कहा खून निकल रहा है बोली निकलने दे तूने फाड़ी मेरी गांड

अब तू ही ठीक करेगा मेरी गांड आज़ तो मज़ा आ गया है मेरे देवर जी तुम बन

गये मेरे पति.. तुमने मुझे कराए स्वर्ग के दर्शन जब चाहे लूटना मेरी

इज़्ज़त… में तुम्हारी हो गयी हूँ तुम्हारे लंड की दीवानी हो गयी हूँ…

आज से तुम मेरे राजा मेरे मालिक मेरे स्वामी हो जब चाहे जैसे चाहे जहाँ

चाहे चोदना… तुम्हे कुछ नहीं कहूँगी…

फिर मैनें भाभी को उठाया भाभी थक गयी थी उसको सहारा देना पड़ा चल भी नही

पा रही थी बोली गांड और चूत दोनो दुख रही है… में भाभी को उठाकर गोदी मे

पेशाब कराने ले गया. फिर उसकी गांड और चूत दोनो पर मैनें बाम लगा दिया.

अब तो वो चिल्लाने लगी मैनें उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया।



45 मिनिट उसके होठों को चूसा जब उसकी जलन कम हुई तो दर्द कम हो गया और तब

रात के 10 बज रहे थे और उसने खाना बनाया और हमने खाना खाया और फिर ब्लू

फिल्म देखते हुए हम सो गये. आज़ इस बात को पाँच साल हो गये है और में आज

भी उसको चोद रहा हूँ बस अब हम साथ नहीं रहते है जब चाहता हूँ उनके घर जा

कर चोदता हूँ।