कोल्लागे मैं आर्ट्स २न्द इयर की स्तुदेंत हूँ, मैं कोल्लागे मैं बहुत फ्री टाइप की लड़की हूँ लड़कून के साथ मूवी देखना और घूमना मेरा सुक है
मैंने पहली बार जब सेक्स किती तो उस वक्त मैं २० साल की थी मेरी सहेली है अंजुम मैं उसके घेर जाते रहती हूँ और उसका भाई है वासिम, वो मेरे पीछे काफी दिनों से लगा हुआ था, वैसे भी मिजति खुजली होती रहती थी, मेरी उस से दोस्ती हूँ गई वो मुझे घुमाने ले जाता था
और मुझे मूवी दिखता था
थोडी देर बाद ही उसके हाथ मेरे बूब्स पैर आगये और वो मसलने लगा मेरे बदन मैं गर्मी आगे और मैं उस से पागलूं की तरह लिपट गई फ़िर वो मेरे सलवार को खोलने लगा मैं साथ देने लगी अनंत मैं मैं सिर्फ़ ब्रा पैंटी मैं रहा गई वो मुझे ऊठा केर सोफे पैर बिठाया और मेरे छुट मैं उंगली से सहलाने लगा फ़िर वो बोला की आज तुम्हे वो मजा दूँगा की तुम डेली केर्वाऊ गी मैं बिली अच्छा फ़िर वो मेरी पैंटी उतारी और ब्रा उतरा फ़िर मेरे चुचिओं ko mu main lay ker चूसने लगा मेरे निप्पल कडे हो गए और मेरी छुट मैं गीलापन आगया फ़िर वो मेरे हाथ मैं अपना ल*** डे दिया उसका ल*** मोटा और लंबा था मैं पूची की काया इतना बड़ा अंदर जा सकेगा वो बोला जाएगा तभी तो मजा आए गा
और फ़िर वो मेरी छुट सहलाने लगा मैं उसके ल*** से खेलने लगी
वो मुझे उत केर बेद पैर ले गया और मुझे लिटा केर मेरे बदन पैर लेट गया इस वक्त हम दोनों नंगे थे और उसका ल*** मेरे पेट पैर था जो की गरम और कदा था
फ़िर वो मुझे तनगून को फैलाने को बोला मैं टांगें फैलाये तो वो मेरे छुट की दरार पैर अपना ल*** रख केर अंदर दबाया पैर ल*** स्लिप केर गया और फ़िर वो दोबारा लगाया और दबाया मेरे मून से चीख निकल गई क्यू की मेरी छुट फटती हुई महसूस हो रही थी
धेरे धीरे उसने अपना पूरा ल*** मेरी छुट मैं दल दिया और मेरे उपर लेट गया मैं अपनी सांसें संभल रही थी मुझे से पुछा किरी कैसा लगा मैं बोली बहुत दर्द हो रहा है वो बोला ये तो पहली बार है अगली बार नही होगा
फ़िर वो अपना ल*** निकल केर फ़िर दबाया
इसी तराह से मुझे चोदने लगा मुझे आचा लगरहा था और मैं भी कमर उठा केर चुदवा रही थी मेरी छुट दो बार पानी छोड़ चुकी थी और मैं तीसरी बार के लिए तैयार थी की वो बोला डार्लिंग मेरा ल*** अब निकालने वाला है मैं बोली निकालू जल्दी फ़िर उसके ल*** ने फव्वरा चोदा मेरी छुट मैं और मेरे उपर वो गिर गया फ़िर करीब १० मिनुत बाद हुदोनो अलग हुए और मैं खुस थी की मैं चुदवा ली अब मुझे टेस्ट मिल गया था और मैं फ़िर कपडे पहन केर घेर वापस आगे.
उस दिन के बाद से मैंन चुदवाने लगी जो की मुझे बहुत अच्छा लगने लगा
कभी कभी मुझे चुदवाने का मौका नही मिलता था एक रत मैं अपनी सिस्टर के साथ सोई थी तो रत मैं पता नही कैसे उसके छुट पैर मेरा हाथ गया म,अं गरम तो थी ह और फ़िर उसे भी अच्छा लगने लगा मैं काफी देर तक उसके छुट से खेलती रही अपनी छुट उस्स्सकी जन्घून मैं घिसती रही फ़िर धेरे धेरे उसे भी मजा आनय लगा
और हम दोनों ने पहला लेस. सेक्स किया मेरी सिस का नम है सुमन, और वो मुझ से १ साल की बड़ी है उसके साथ लेस. सेक्स के बाद मैं उस से फ्री होकर बात केर ने लगी और वो मुझे अपनी सभी बातें बतानाया लगी
सुमन- तुम कभी चुदवाई भी है या नही?
किरण- दीदी मैं वासिम से कई बार चुद्वई हूँ पैर वो कभी कभी हो पता हैऔर मुझे ल*** की बहुत भूख रहती है अब तू बताऊ काया करून?
सुमन- अरे पगली इसमें काया है मेरे साथ रहेगी तो रोज ल*** मिलेगा और कोई दुर्र भी नही रहगा क्यू की मैं एक दावा लेती हूँ जो की मुझे मेरे एक दोस्त ने दिया है इसमें और भी फायेदा है मेरे साथ चलना मैं दिकहूंगी
किरण- ओके दीदी यू अरे सो डार्लिंग
फ़िर मैं दुसरे दिन सुमन के साथ बाहेर गई और उसके दोस्तों से मिली उसके बहुत सारे दोस्त थे सभी से वो मुझे अपनी चिति बाहें के रूप मैं ही मिली और बोली की आज से ये भी अपने ग्रुप मैं सामी हो गई है
और मैं उन लोगून के साथ घुमने फिरने और मजे करने लगी पैर जब असली चुदाई हुई तो उस समय मेरे सामने सुमन और उसके ४ दोस्त थे जिन्होने पहली बार मेर्री छुट की आग को पूरी तरह से ठंडा केर दिया और मैं फ़िर तो उस ग्रुप की दीवानी हो गई कैसे काया हुआ ये मैं अगली कहानी मैं लिखूं गी.