माँ को एक बार बेटी को कई बार hindi sex story

मेरा नाम अनिल है उम्र 24 साल। में एक टीचर हूँ मुझे सेक्स से प्यार है

मुझे कुँवारी लड़कियो से सेक्स करना बिल्कुल भी पसंद नहीं। मुझे ज्यादा

उम्र की आंटी बड़ी गांड वाली सेक्स मे जानकार आंटी मेरी हमेशा से पसंद

रही है मुझे आंटीयो से सेक्स करना मजेदार लगता है मैने कई औरतो लड़कियो

को चोदा है। थैंक्स फॉर ऑल आंटीस गर्ल्स मुझसे चुदवाने के लिये।

में आप लोगो को बोर नहीं करूगाँ। में अपनी स्टोरी सुनाता हूँ। हुआ यू की

आज से 5 महीने पहले मैने करीब 10-11 दिन से चुदाई नहीं की थी। कोई जुगाड़

नहीं लग रहा था मुझे समझ में नहीं आ रहा था की क्या करूँ। तभी मुझे पता

चला की यहाँ कुछ बंजारे लोग अपना डेरा डाले है में ये अच्छे से जानता था

की इन फैमिली की औरते दिन मे भीख माँगने के साथ अपने ग्राहक सेट करती है

और रात मे उनसे चुदवाती है जबकि उनके पति टेंट मे रह के झाड़ू बनाते है

या खाना पकाते है अगले दिन सुबह। मैने तुरंत अपनी बाइक उठाई और उनके टेंट

के पास पहुचं गया दूर से खड़े हो के सिगरेट पीते हुये। वहाँ मौजूद

लडकियों और औरतो मे से अपने लायक औरत तलाश रहा था।

उनमे कई लडकियाँ थी जिनकी उम्र 12 या 13 साल थी लेकिन उनके स्तन इतने

बड़े लग रहे थे साफ था की उनको कई मजबूत हाथो ने बड़ा किया था। में उनमे

से कोई अपने लायक नही पा सका फिर भी मैने सोचा कोई भी हो यार अब तो

चाहिये ही है मैने पास जाकर वहाँ खड़ी एक लड़की को बुलाया थोड़ी देर यहाँ

वहाँ की बाते की फिर मैने ऑफर किया चलना है मेरे साथ लेती हो ले लेना वो

बोली में अम्मा से पूछ के बताऊँगी। मैने कहाँ जल्दी से जाकर पूछो वो गई।

थोड़ी देर बाद वो आती दिखी लेकिन उसके पीछे पीछे से एक औरत आई। मेंरी उस

पर नज़र पड़ते ही सोच लिया लड़की नहीं चाहिये। अब तो ये औरत चाहिये वो

भरे जिस्म की औरत ऊँचे कद की बड़े बड़े स्तन मोटी गांड का अंदाज़ा तो

उसको सामने से देख के ही लग रहा था वो पास आई मेरे से बोली क्या कह रहे

थे ये अभी कही नहीं जायेगी। मैने लड़की की तरफ देख के कहाँ अरे तो जितने

पैसे लगते हो उससे 100 ज़्यादा दूगां। लेकिन मुझे ये लड़की नहीं चाहिये।

मुझे तू चाहिये वो एकदम से देख के बोली में, मैने कहाँ हाँ तुम वो बोली

कहाँ चलना है मैने उसको अपने घर का पता दिया और 50 रुपये एड्वान्स के

दिये वो बोली दोपहर मे आऊँगी अभी (उस लड़की के पापा) बापू के साथ दंवाई

बनानी है रविवार को बाजार मे बेचने के लिए मैने ठीक है कहाँ और 1 बजे आ

जाने के लिए कहाँ में वापस आ गया।

1 बज गये में दरवाजे के पास खड़ा होकर उसका इन्तजार कर रहा था लेकिन उसका

पता नहीं था मेरा दिमाग़ खराब हो रहा था मैने सिगरेट जलाई टाइम देखा ओर

फिर से बाहर आया। तो मुझे वो लड़की आती दिखी मैने कहाँ चलो लड़की ही सही

चूत तो मिलेगी पर उसके पीछे पीछे उसकी माँ आती दिखी में खुश हो गया वो

मुझे देख के मेरे पास आ गई में उनको अंदर ले गया खिड़की दरवाजा लगा के

उनको बेड मे बिठा के पानी के लिऐ पूछा उन्होंने मना कर दिया मैने पूछा

देर क्यों कर दी वो बोली हम पढ़े लिखे नहीं है कई लोगो से पूछा तब जाकर आ

पाये है में उन दोनो के बीच मे जाकर बैठ गया और दोनो की एक एक जाँघ पर

अपना हाथ रख दिया। लेकिन उनके शरीर से बदबू आ रही थी। मैने कहाँ बाथरूम

मे जाकर नहा ले वो लड़की को मैने कहाँ पहले तू जाकर नहा ले वो कपड़े नहीं

लाई थी मैने अपने कपड़े देकर कहाँ ये पहन लेना वो नहाने जाने लगी और

पूछने लगी कहाँ जाना है तो मैने जाकर उसको साबुन दिया बाथरूम दिखाया।

मैने कहाँ रूको और दौड़ के वापस आया अपना रेजर ब्लेड दिया कहाँ चूत के

बाल हटा ले और उसके स्तन और गांड को अच्छे से साफ करना और जल्दी से

नहाना वो हँसने लगी तो में वहाँ से उसकी अम्मा के पास आ गया उसकी अम्मा

को देख के मैने उसके शरीर से आने वाली बदबू की परवाह नहीं की ओर पास मे

जाकर स्तन दबाने लगा मैने पूछा कितने कमा लेती है वो बोली ग्राहक अच्छा

मिल गया तो 200 या 300 रुपये मिल जाते है मैने कहाँ तुम लोगो का अच्छा

है दिन मे चुदो तो पैसे लो और रात मे पति से चुदो तो…….. वो बोली नहीं

ऐसा नहीं है रात मे हरामी पुलिस वाले आकर लडकियों को चोदते है और पैसे भी

नहीं देते लड़की से मन नही भरा तो हम लोगो पर चढ़ जाते हे।

मैने कहाँ कोई बात नहीं मैने उसकी फटी हुई साड़ी उतारी नीचे से वो नंगी

हो गई कुछ नहीं पहने थी मैने ब्लाउज भी उतार दिया उसका पूरा काला जिस्म

मादक लग रहा था। उसका जिस्म सुडोल था। मैने उसकी चूत को देखा काली एकदम

बालो से भरी थी जैसी भी थी लेकिन उसकी चूत अच्छी लग रही थी मैने सोचा जब

तक लड़की नहा रही है। तब तक इसको चोद लेता हूँ वो सुंदर तो थी नही लेकिन

उसके बदन का आकार लंड खड़ा कर रहा था में उसके उपर ही लेट गया स्तन को

दबाने का मज़ा लेने लगा वो भी मज़ा ले रही थी मैने स्तन पर किस किया और

फिर मैने अपने लंड को चूसने को कहाँ वो मुहँ में थोड़ा सा लंड भर के

चूसने लगी में जोश मे आ रहा था मैने तुरंत कन्डोम लिया और लंड पर चड़ाया

जब पलट के उसकी तरफ देखा तो वो टाँगे फैला के चूत खोल के चुदने के लिऐ

तैयार थी बोली आओ मारो।

मैने लंड को पकड़ा और उसकी चूत मे लगाकर अंदर करता गया उसकी चूत मे मेरा

सवा सात इंच का लंड आसानी से पूरा चला गया वो इतनी चूत चुकी थी की लंड की

लंबाई शायद कम पड़ रही थी लेकिन जब मैने लंड को खीचके दोबारा झटका मारा

तो उसकी सिसक शुरू हो गई तो मैने चुदाई शुरू कर दी में उसके स्तन दबाते

हुये उसे चोद रहा था। ओ आआह्ह्ह्ह आह आहहहहहहः अहहहाः आआ करने लगी तो में

और चोदने लगा मुझे अब कुछ कुछ मज़ा आने लगा था उसकी चूत के बाल मेरे लंड

की जड़ के पास टकरा रहे थे तो मुझे गुदगुदी हो रही थी में चोद ही रहा था।

तभी वो बोली गांड मारोगे मैने कहा हाँ मारनी है तुम्हे देखते ही मैने

तुम्हारी गांड मारने के बारे मे सोच लिया था अच्छी मोटी गांड है

तुम्हारी। वो उल्टी लेट गई उसकी गांड के पहाड़ जैसे कूल्हे मस्त लग रहे

थे

मैने कुल्हो को फैलाया ओर गांड के छेद मे थूक दिया और लंड लगा के गांड मे

डालने लगा। वहाँ भी आसानी से लंड घुस गया मैने उसकी गांड मारनी चालू कर

दी वो सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स सस्ससा आ आ आह्ह्ह्हह्हह्ह्ह

सस्स्स्स्स्स्स्सिससिसीसिस कहती रही में गांड मारता रहा…. मज़ा आ रहा था

वो हाथ फैला के लेटी थी मैने पीछे से उसके हाथो को दबाया ओर पंपिंग

स्टाइल मे गांड मारने लगा। वो हा अहहः अहहः हः हाही आ कह के मारो गांड

मार… मार गांड कह रही थी। तभी उसकी लड़की आ गई मैने उसको देखा लोवर टी

शर्ट मे गीले बालो मे तौलिया लपेटे खूबसूरत लग रही थी। वो चुदाई देख के

शरमा गई उसकी अम्मा उसको बोली तू थोड़ी देर बैठ। में गांड मरवा लू तो वो

हाँ कह के मुझे गांड मारते हुये गोर से देखने लगी मैने उसको दिखाने के

लिऐ लंड को निकाला और एक ही बार मे लंड को अंदर किया तो वो ज़ोर से आहह

चीखी लड़की मुस्कुराने लगी मैने जल्दी जल्दी अम्मा की गांड मारी और अपना

पानी गांड मारते वक़्त निकाल दिया और तुरंत ही हट गया कन्डोम उतार के लंड

को बाथरूम मे जाकर साफ किया वापस आया तो वो कपड़े पहन चुकी थी।

मैने कहा जा रही हो, वो हाँ बोली तो मैने उसको 100 का नोट दिया कहाँ बाकी

में इसको दे दूगां। तो वो लड़की से बोली रज्जो जब इनका हो जाये तो सीधा आ

जाना उसने हाँ मे सर हिलाया तो वो जाने लगी मैने तौलिया लपेटा और दरवाजे

तक आया वो मुझसे बोली आराम से करना मैने हाँ कहा। वो चली गई। में दरवाजा

बंद करके आया उसकी लड़की से कहाँ रज्जो तू अच्छी लगती है इन कपड़ो मे तो

तू शहर की छोरी लग रही है वो हँसने लगी। मैने उसका लोवर उतारा तो चिकनी

चूत थी में खुश हो गया और मैने कहाँ तुम्हारी चूत तो चिकनी हो गई मैने

उसका लोवर ऊपर करके कहाँ। कुछ खायेगी वो हाँ बोली तो मैने उसको अपने पास

रखे चिप्स के 2 पैकट दिये और एक बिस्कीट का पैकट दिया और टी.वी. चालू कर

दी और नहाने चला गया उसने खा लिया पानी पिया तब तक में वापस आ गया।

मैने खुद को तौलिया से पोछा ओर नंगा ही उसके पास जाकर कहाँ इससे खेलो वो

हाथ मे लेकर सहलाने लगी वो दोनो हाथो मे पकड़ कर सहलाने लगी लंड अपने

आकार मे आने लगा था तब तक मैने उसकी टी शर्ट उतार दी नंगे स्तन खिल गये।

मैने उनको मसलना चालू कर दिया मैने पूछा कितनी बार चुदाई की तुमने.. वो

बोली याद नहीं पहले नहीं करवाती थी एक दो साल से करवाने लगी हूँ। मैने

कहाँ तुम्हे किसने पहली बार चोदा था याद है वो बोली हाँ काका ने… मैने

कहा कौन काका वो बोली बापू का भाई यानी की उसके चाचा ने… मैने कहा किसी

ने कुछ नहीं कहा उसको… तो वो बोली नहीं यहाँ तो सब एक दूसरे की छोरी

पकड़ते है

मैने उसको नंगा कर दिया और मैने उसकी जांघ को चूमना शुरु कर दिया। भरपूर

जवान लड़की थी 17 साल की मैने उसको मस्त कर दिया चूम चूम के मैने उसको

पलट के उसके छोटे छोटे कुल्हो को मुहँ मे भर के चूसा वो और चूम लो मज़ा आ

रहा हे कहने लगी। मैने उसको पकड़ के पलटाया और चूत को मुहँ मे लेकर चूसने

लगा वो आआईईईईई आ कहँती रही। मैने उसको लंड चुसवाया अम्मा जितने खराब

तरीके से लंड चूस के गई थी। ये उतने ही अच्छे तरीके से चूस रही थी में

जान रहा था की इसको नये लड़को ने चोद के ये सब सिखाया है उस लड़की ने

मुझे जोश मे ला दिया था मैने तुरंत कन्डोम चड़ाया। उसको लेटा कर उसकी

टाँगे अपने दोनो कंधो पे रखी आगे को होकर चूत के पास लंड किया और धक्का

देने लगा लंड घुसने लगा वो आममामा आ आहः अहहाहा मममा कहने लगी। मैने और

अंदर किया तो वो आ अहाहाः कहने लगी में काफ़ी जोश मे था तो शुरुआत से ही

लंबे लंबे धक्के मारने लगा वो सीसी सिस सीसीसी आह आहा आहा हा आह कहती गई

और में डालता रहा। में उसकी चूत को जल्दी जल्दी चोद रहा था गजब की लड़की

थी यार कसम से ऐसा जोश चड़ाया था जो उसी को भारी पड़ रहा था।

मैने हालत खराब कर दी थी मैने उसको थका दिया था और 10 मिनिट बाद में खुद

थक गया मैने पूरी ताक़त से पूरे दम से चुदाई की उसके मुहँ में मुहँ लगा

के होठों को चूसते हुए जो चोदा उसको हिला के रख दिया मैने 4,5 लंबे धक्के

मार के उसको जकड़ के लिपट गया वो भी मुझसे लिपट गई कुछ देर हम दोनो लिपटे

पड़े रहे फिर अलग हुये। वो वैसे ही लेटी रही मैने पूछा कैसी लगी चुदाई वो

हल्की सी मुस्कान लिये मुझे देखने लगी फिर बोली मज़ा आया, में खुश था।

लेकिन अभी तो उसकी गांड मारनी थी। मैने उसको करीब आधे घंटे तक नंगा

लेटाया फिर उसकी गांड मारने लगा छोटे छोटे कुल्हो के बीच की गांड मैने

अपने लंड से जम के चोदी.. वो सिर्फ़ चिल्हाती रही मैं गांड मारता रहा।

हालांकी वो गांड मरवा चुकी थी। लेकिन मेरा लंड शायद उसके लिए बड़ा था इसी

कारण वो दर्द महसूस कर रही थी। लेकिन शायद में उस वक़्त कई दिनों की

चुदाई की प्यास बुझाने मे भूल गया और जोर से चोद के माना। मैने उसकी गांड

से लंड निकाल के पूरा वीर्य उसकी पीठ मे गिरा दिया।

उसने तौलिया से पोछा ओर थक के आराम से कपड़े पहन के लेट गई। थोड़ी देर

बाद वो बोली अब में जाऊँगी। मैने उसको 500 रूपये दिऐ शायद उसको पहली बार

इतने रुपये मिले थे। वो खुश हो गई मैने कहाँ अगर रात मे वो यही रुक जाये

तो 500 रुपये और दूगाँ वो बोली अम्मा मारेगी मैने कहाँ तब तो तुम रुक जाओ

अम्मा आयेगी तो उसको पैसे देकर लौटा दूगाँ। वो मान गई और सच मे थोड़ी ही

देर मे अम्मा आ गई वो उसको डाटने लगी। मैने उसको कहा चिल्ला के बात मत

करो ये पैसे लो आज रात इसको यही रहने दो वो कुछ सोचने लगी लेकिन 500 के

नोट ने अपना दम दिखा दिया उसने कहा रज्जो रुकना है रज्जो हाँ बोली… तो वो

चुपचाप चली गई मैने उसको ठीक ठाक कपड़े पहनाये शाम को घूमने ले गया खाया

पीया घर आ गये वो काफ़ी खुश थी। वो बोली तुम अच्छे हो। मैने कहाँ तुम

अच्छे से चुदी हो इसीलिए ये सब किया वो बोली अच्छा तो इस बार और मज़ा

दूंगी चोद लेना ओर ऐसा ही किया उसने मुझे इतना मज़ा दिया की दिल खुश हो

गया।

मैने रात में उसको ब्लू फिल्म दिखा के उन सब पोज़ मे चोदा वो इतनी मस्ती

मे आ गई थी की अगर वो कोई नया पोज़ देखती तो उसी तरह से चुदवाने को कहती।

में भी तो यही चाहता था उस रात मैने 2 बार उसको चोदा लेकिन मुझमे ताक़त

ख़त्म हो गई थी हम रात मे 3:30 बजे लिपट के पति पत्नी की तरह सो गये।

सुबह 9 बजे जागे मैने जागते ही उसको पकड़ लिया क्योकि में जब जगा तो वो

मेरे लंड से खेल रही थी। मैने उसको फिर से चोद लिया वो बोल रही थी कितना

चोदोगे। अब बहुत हो गया जबकि वो खुद चुद रही थी मैने उसको चोद दिया फिर

ब्रश किया उसके बाद चाय बनाई और हम दोनों ने पी तब तक उसकी अम्मा आ गई।

मैने फिर 500 रुपये दिये और किसी दिन फिर से आने को कह के जाने दिया करीब

1 हफ्ते बाद पूरी रात को उसने फिर से रंगीन किया उसके बाद वो चली गई और

ऐसी गई की शहर से ही चली गई ये थी मेरी कहानी।

आपका अनिल।धन्यवाद …