मूह मे बैठे बैठे अपना चूत रस छोड़ दिया hindi sex kahani

हेलो दोस्तों।

मेरा नाम अमन है। मे अमन उम्र 24 साल में पुणे कंपनी में काम करता हु।

में भोपाल का रहने वाला हु। में स्टोरी पे आता हू। एक लड़की थी सपना उम्र

22 साल उससे बात करके मैने जाना की वो थोड़ी ग़रीब परिवार से है। दिल की

अच्छी है। और सेक्स की भूखी है। उसके घर मे माँ, बाप, भाई, भाभी और वो

है। मैने उससे बहुत बार सेक्स चैट करी हे। और उसको नेट भी ज़्यादा चलाना

नही आता था तो मैने उसे समझाया ओर उसके लिए आई-डी बनाई। वो जब भी मुझे

सेक्स चैट करती थी तो वो बहुत जज्बाती हो जाती थी। और कहती थी मुझे कुछ

डालना है चूत मे ओर कभी बोलती की मोमबती डाल रही हू तो कभी बोलती केला

डाल रही हू।

मुझे तो लगता था झूट बोल रही है। उसने मुझसे कहा की मे तुमसे जीवन मे एक

बार ज़रूर चुद्वाऊगी। फिर धीरे धीरे समय चलता गया। कभी कभी बात होती थी।

फिर जब मुझे उस पर विश्वास हुआ तो मैने उसको अपनी फोटो दिखाई। जब तक वो

नेट में एक्सपर्ट हो गयी थी। उसको मे बहुत अच्छा लगा। उसने मुझे कहा की

वो मिलना चाहती है। मुझे लगा था की वो घर से नही निकल पाएगी। तो मैने

उससे कहा तो उसने कहा की घर से निकालने की क्या ज़रूरत है। जब आप मेरे घर

पर ही रुकोगे तो उसने मुझे बताया की हम टूरिस्ट लोगो को अपने यहा रेस्ट

करने देते है। पैसे लेकर आप आ जाना और पापा से बात कर लेना। तो वो आपको 1

रात के लिए 400 रु. किराया लेगें। मैने कहा ठीक हे। उसने कहा की आप ऐसे

दिखावा करना की आप मुझे जानते नही। तो मैने कहा ठीक है। मे शुक्रवार को

निकला और रात 8 बजे पहुचा और उसके पापा को फोन किया और कहा की मेरा दोस्त

आपके यहा रुका था तो उसी से नंबर मिला मुझे 3 दिन के लिए रुकना है

उन्होने मुझे रूम बताया मे पहुचा तो सपना मुझे पहली बार दिखी क्या माल थी

गोरी नही थी। सावली थी। हाइट 5'5 इंच होगी। और फिगर देखने लायक था। उसका

फिगर 34 28 36 था। मे तो देखते ही खुश हो गया। वो मुझे देख के मुस्कुराई

वो आगन मे काम कर रही थी घर का। और वो अपना काम करने लगी। उसने ब्लाउस

टाइप का शर्ट पहना था। बॉडी ज़्यादा भी टाइट नही। पर उसका बोब्स दिख रहे

थे।

और वो नीचे लोंग स्कर्ट पहनी थी मे तो मन ही मन बहुत खुश हुआ। और वो चल

रही थी तो उसकी गांड क्या हिल रही थी। मुझे लड़कियो की मटकती गांड कुछ

ज़्यादा ही पसंद है। मेरा लंड हिलना शुरु हो गया। मे ज़्यादा नहीं देख

पाया क्योंकि उसका बाप वही कुछ और काम कर रहा था। मे उनसे मिला उन्होने

मुझे एक कमरा दिया। मैने खाना खाया वो मुझे नही दिखी उसके बाप ने ही खाना

खिलाया। रात के 10 बज गये। खाना खाते खाते फिर सोचने लगा कब मिलेगी ये।

मैने लैपटॉप चालू किया और ब्लू फिल्म देखने लगा अपने रूम मे। वहा पर लोग

जल्दी सो जाते है। 11 बजे करीब पूरा सुनसान था। तो मुझे आगन मे से झूला

हिलने की आवाज़ आई। मे खुश हुआ देखा तो वो झूला झूल रही थी और मेरे

दरवाजे की तरफ ही देख रही थी। वो वही कपड़े पहनी थी। और झूले की वजह से

उसके बोब्स मस्त हिल रहे थे। लग रहा था की ब्रा नही पहनी।

मैने दरवाजा खोला और उससे अंदर आने का इशारा किया। तो वो इधर उधर देख के

दबे पाँव मेरे रूम मे आ गयी मैने दरवाजा बंद किया और उसे देखने लगा। बहुत

सुंदर थी और उसकी बड़ी बड़ी लिप्स किस करने लायक थे। वो मेरे पास आई और

मेरे गले लग गयी। मैने बनियान पहने हुवे था। वो जब मेरे गले लगी तो उसके

बोब्स क्या प्रेस हो रहे थे। तब मुझे लग गया की ब्रा नही पहनी। मैने उसका

चेहरा पकड़ा और ढेर सारे होटो पर किस करने लगा। फिर मे अपना हाथ कमर से

लेते हुए। उसकी गांड पे ले गया। उसने पेंटी नही पहनी थी। मे उसकी गांड

को ज़ोर से दबाने लगा। उसको जोश आ गया और मेरा सर के पीछे बॉल पकड़ कर

मुझे ज़ोर से किस करने लगी। मेरी जीभ चुस रही थी। और अपनी डाल रही थी।

मज़ा ही आ गया।

मे एक हाथ से उसके गांड दबा रहा था और दूसरा हाथ आगे लाकर स्कर्ट के उपर

से चूत पर फेरने लगा। वो गीली हो गयी थी। मेरा तो मन कर रहा था की अभी

नीचे जाके चूत चाट लू। और फिर मैने किस रोक दिया। वो तो करे ही जा रही

थी। और क्या मुह से आवाजे निकल रही थी। किस करते वक्त।

फिर हमने एक दूसरे को देखा और मुस्कुराए। फिर मैने उसका हाथ पकड़ के

उल्टा किया और पीछे से उसके बॉल एक तरफ किये। और उसके कंधे को किस करने

लगा और मेरा लंड उसके गांड से टच हो रहा था। और एक हाथ से बोब्स दबाने

लगा और दूसरे हाथ से स्कर्ट उपर करके चूत धीरे धीरे हाथ फेरने लगा। क्या

चूत थी। मज़ा आ गया। वो कह रही थी की तडपती हू मे तुमसे मिलने के लिय आज

तो खा ही जाना। छोड़ना मत। और सिसकारिया ले रही थी। जैसे जैसे मे बोब्स

के निप्पल और चूत हाथ फेर रहा था। वैसे वैसे उसकी आवाज़े और सिसकारिया

बडती जा रही थी। उसने कहा की मुझे पीछे कुछ चुभ रहा है।

और वो अपने आप मेरे लंड को पकड़ने लगी। मेरा लंड लंबा हो गया था। वो उसको

अपने हाथ से दबा रही थी, और आवाज़े निकल रही थी। क्या मस्त लंड है। इसको

तो मे खा जाउंगी। कितने दिन से चुदना चाहती थी तुमसे और ना जाने क्या

क्या बोल रही थी। मेरा लंड बाहर निकाला और अपनी स्कर्ट उपर करी और गांड

के बीच में मूठ मार रही थी। और उसकी आखे बंद थी वो मुझे होटो पे किस करने

लगी मदहोश होकर। वो सच मे भूखी शेरनी लग रही थी।

मै उसके बोब्स दबाने लगा और निप्पल को भी दबाने लगा। तो वो कहने लगी और

ज़ोर से दबाओ। मैने उसके शर्ट के बटन खोलने लगा। फिर पूरे बटन खोल दिए और

उसके बोब्स जो बाहर आये तो देखने लायक थे। उसके निपल्स अच्छे थे और बड़े

थे। लग रहा था की खुद इनको रोज मालिश करती है। तभी इतने बड़े है।

मैने दोनो बोब्स को हाथ मे लिया। मैने कहा जान क्या बोब्स है। खुद दबाती

हो की कोई आता है दबाने इतने बड़े हो गए। उसने कहा की पड़ोस का लड़का कभी

कभी दबा देता है। और जब स्कूल जाती थी तो दोस्त और टीचर से दबाते थे।

मैने कहा जान पहले तो कभी नही बताया ये सब और कितने राज छुपाए है। वो

कहने लगी बस तुम मेरी इस भूख को शांत करो मे सब बताती हू। मे उसके बोब्स

दबाए जा रहा था दोनो हाथो से। वो स्पंज बॉल की तरह लग रहे थे। सॉफ्ट।।।।

मे उसके पीछे से दबा रहा था और वो एक हाथ मे लंड पकड़ के गांड और चूत मे

फेर रही थी और दूसरे हाथ से अपने निपल्स दबा रही थी। और कह रही थी की ऐसे

दबाओ और आ…. आ… की सिसकारिया ले रही थी और फिर कहने लगी। आज जम कर चोदना

मुझे खा ही जाना सुबह तक चोदते रहना।

जब मैने देखा की साली खुद ही अपने निप्पल दबा रही है। तभी इतने बड़े हुए

हे। उसने कहा ऐसा क्या देख रहे हो। कभी लड़की को खुद से खेलते नही देखा

क्या और मुझे आगे कर के मेरा सिर अपने बोब्स मे डाल दिया और कहने लगी खा

ले मेरे राजा….चूस डाल…काट ना…..मेरे निप्पल को बारी बारी….कितना मज़ा आ

रहा है….भगवान तुमने चुदाई क्या चीज़ बनाई हे। शरीफ से शरीफ लड़की भी

चुदते वक्त रांड़ बनना चाहती है। मैने उसका शर्ट पूरा निकाल दिया अब वो

सिर्फ़ स्कर्ट मे थी।

मेरा हाथ तो उसके गांड मे था। स्कर्ट के कपड़े के उपर से सहलाने मे जो

मज़ा आ रहा था वो बता नही सकता। उसने मेरा बनियान निकाला और मेरे निप्पल

को चाटने लगी।

मुझे तो मज़ा आ रहा था। मे लंड उसकी चूत लंड से रगड रहा था। लंड रगड करने

से वो मुझे और ज़ोर से पकडने लगी और जो आवाज़े निकलती थी उससे तो मदहोश

हो रहा था। उसने मुझे छोड़ा और नीचे झुक कर मेरा लंड मुह मे ले लिया। एक

बार मे पूरा। मे तो समझ गया था की ये तो रंडी है। खूब मज़ा आएगा पर वो

हमेशा मुझसे कहती थी की वो केला डालती रहती है चूत मे। मैने उससे कहा

कितने लंड ले चुकी हो। तो उसने लंड को चूसते हुए कहा की एक लंड लिया है

बहुत बार एक महीने मे। मैने कहा कौन तो उसने कहा की छोटे चाचा ने तो मैने

उसे उपर उठाया और कहा पहले क्यू नही बताया तो उसने कहा की क्या कहती की

चाचा ने चोदा है मुझे मैने उससे बेड पे बैठाया और उसका स्कर्ट उपर करते

हुए किस कर रहा था। क्या टाइट थे… मे उससे प्यार से बाते करता हुआ उसकी

चूत पे आया। क्या सुगंद थी यार मज़ा ही आ गया। और मैने कहा की पेंटी क्यू

नही पहनी तो उसने कहा की अभी उतार के आई हू। तो मैने कहा की मुझे

तुम्हारी पेंटी की सुगंद लेनी है तो उसने कहा क्यू मैने कहा की मुझे

सुगंद अच्छी लगती है। और तुम्हारी चूत की सुगंद बहुत मस्त है तो उसने कहा

ठीक है पर पहले मेरी चूत चूसो और मेरा सर पकड़ के डाल दिया।

मैने उसकी चूत कुत्ते की तरह चाटी और अपनी जीभ से अंदर बाहर करने लगा। वो

अपनी गांड हिला के चुसवा रही थी। वो क्या आवाज़े निकाल रही थी और ज़ोर से

हिल हिल कर करवाना चाह रही थी उसे और जोश आ रहा था। उसने कहा मुझे लंड

चूसना है। मे नीचे और वो मेरे उपर मैने उससे अपने मुह पर बैठाया पहले और

उसकी चूत को खूब मूह लगाया जीभ डाली। वो मेरे उपर बेठ के हिल रही थी और

दूसरे हाथ से मेरा लंड उपर नीचे कर रही थी। फिर थोड़ी देर बाद उसे नही

रहा गया और उसने मेरे मूह मे बैठे बैठे अपना चूत रस छोड़ दिया। मेने

पूरा चाट लिया। और फिर वो नीचे झुकी और लंड चाटने लगी क्या मज़ा आ रहा

था। फिर मैने थोड़ी देर लेटा रहा। फिर वो अपनी चूत मेरे मूह मे रगड़ करने

लगी तो मे समझ गया की फिर से आ गयी जोश मे।

मैने इस बार उसकी गांड को दबाने लगा। वो तो उचकने लगी और कहने

लगी ये क्या कर रहे हो।।किसी ने आज तक वहा किस नही किया। तुम क्या कर रहे

हो।।।और वो सिसकारिया ले रही थी। मैने पूछा तुमको मज़ा आ रहा है की नही

तो वो बोलने लगी बहुत आ रहा है। मैने बारी बारी चूत और गांड खूब चाटी और

उसने भी लंड खूब प्यार से चाटा। मेरा निकालने वाला था तो मैने पूछा की

मेरा निकालने वाला है तो वो और ज़ोर से चूसने लगी। और मे उसके मूह मे छुट

गया। वो लंड घुमा घुमा के चूस रही थी। मज़ा आ गया…मैने चाट चाट के गांड

और चूत लाल कर दिए थे। उसको बड़ा मज़ा आया।

फिर¬¬¬¬¬ उसने मेरा लंड छोड़ा और कहने लगी की मुझे घोड़े की सवारी करनी

है। मे समझ गया आज तो पुरा मज़ा देगी ये। वो सीधी हुई और मेरे मुह मे

सीधे आकर बैठ गयी और पलंग को हाथ से पकड़ कर आगे पीछे होने लगी। वो कह

रही थी…आ..हा मेरे घोड़े और ज़ोर से भाग और ऐसे कहते कहते झड़ गयी। और

मेरे पास मे लेट गयी। ये सब देख के तो मेरा लंड खड़ा हो गया था। उसने

मेरा खड़ा लंड देखा और वो बिना कुछ कहे मेरे लंड पर बैठ गयी और उपर नीचे

होने लगी और सिसकारिया ले रही थी। आ…आआ…उ.ऊ.. मज़ा आ गया…. यह दिन मे आज

तक नही भूल पाया। क्या गांड हिला हिला के गोल गोल लंड ले रही थी। मे तो

उसको देख कर और जोश मे आ गया, ऐसा लग रहा था की जन्नत यही है। उसका

चेहरा इतना नशीला लग रहा था बताना मुश्किल होगा। वो अपने बोब्स को खुद

दबा रही थी और एकदम से उसको पता नही क्या हुआ। कहने लगी…मार भोसड़ी के…आज

तो मेरा भुर्ता बना दे। गली के लड़के तो मेरे आगे पीछे घूमते रहते है।

मैने कभी उनमे से किसी से नही चुदवाया…मे खुद भी चाहती हू की कोई मुझे

निचोड़ के रख दे….इतना प्यार करे की मेरी सारी प्यास भुझ जाए….पर मैने

कभी उनको मोका नही दिया बदनामी के वजह से….अब तुम आ गये हो….छोड़ना मत…बस

चोदते रहो। मैने उसकी कमर पकड़ी और एक बार मे उसको लेटा दिया लंड डाले

रहने दिया। और जो शॉट मारने शुरू किया पलंग हिलने लगा और पूछ पूछ की

आवाज़े आने लगी। इतने ज़ोर से मैने कभी किसी की चुदाई नही की होगी। वो

बनी ही चुदाई के लिए थी।

मे लगातार 5 मींनट तक शॉट मारता रहा। कभी बोब्स दबाता…निपल्स दबाता….वो

मचल उठती। वो जब अपने हाथ से चूत रगड रही थी। और मे चुदाई मे लगा हुआ था।

ये सीन देख कर और जोश आ गया। ये सारा जोश मुझे अपने लंड पे महसूस हो रहा

था। में अपनी गांड हिला हिला के चुदाई कर रहा था। फिर जब वो झडने के लिए

हुई….तो उसकी आखे बड़ी हो गयी और अपनी गांड ज़ोर से उचकाने लगी। मुझे ये

देखकर झडने का मन हुआ तो में भी झड़ गया। क्या आवाज़े निकल रही

थी….आआ..आआ.. करते झड़ गये हम दोनो पसीना पसीना हो गये थे। मे उसके उपर

लेट गया और थोरी देर लेटा रहा। उसके बाद हम उठे पानी पिया। वो बाथरूम जा

रही थी। उसकी पीछे से गांड देखने लायक थी क्या हिल रही थी। बिल्कुल टाइट

थी और मोटी गांड थी। उपर नीचे होते जा रही थी।दोस्तों यह थी मेरी सच्ची

कहानी।

ये कहानी मेने उसकी मंज़ूरी से लिखी है।…धन्यवाद …